शहर के 4 बड़े आबादी वाले एरिया में ओवरहेड टैंक से पानी की सप्लाई रूकी

6 महीने तक जलकल विभाग ने जलनिगम से नहीं लिया ओवरहेड टैंकों का हैंडओवर

600 रुपए वाटर कनेक्शन के दिए, सबमर्सिबल और हैंडपंप के पानी से हो रहा गुजारा

BAREILLY:

जिस विभाग का नाम ही जलकल हो, उससे जल आज ही मिलने की उम्मीद करना बेमानी ही समझी जानी चाहिए। अपने नाम के मुताबिक ही जलकल विभाग शहर के ब् इलाकों में जल आज के बजाए 'कल' देने के खोखले वादे पिछले कई दिनों से बखूबी निभा रहा है। शहर के ब् बड़े इलाकों में बने नए ओवरहेड टैंक से जनता को पानी की सप्लाई बंद पड़ गई है। न पीने के लिए पानी मयस्सर है और न ही खाना पकाने के लिए। लेकिन जलकल विभाग अपनी जिम्मेदारी और जवाबदेही को ठेंगा दिखाते हुए इसके लिए जलनिगम को ही दोषी ठहरा रहा।

बंद पड़ी वाॅटर सप्लाई

नगर निगम के जलकल विभाग की लापरवाही शहर के हजारों बाशिंदों के लिए मुसीबत का सबब बनी है। सेंट्रल गवर्नमेंट की शहरी पेयजल पुनर्गठन योजना के तहत शहर में क्7 ओवरहेड टैंक व ब्ब् ट्यूबवेल बनवाए जाने हैं। जिसकी जिम्मेदारी जलनिगम की है। इसी के तहत कर्मचारी नगर, वीर सावरकर नगर, सुरेश शर्मा नगर और मुंशी नगर इलाके में भी ओवरहेड टैंक का निमार्ण पूरा हो गया है। पिछले कुछ महीनों तक इन एरियाज में जलनिगम की ओर से अपने स्टाफ के जरिए ओवरहेड टैंक से पानी की सप्लाई भी की। लेकिन तीन हफ्ते पहले यह सप्लाई रोक दी गई।

नहीं हैंडओवर हुए ओवरहेड टैंक

कर्मचारी नगर, वीर सावरकर नगर, सुरेश शर्मा नगर और मुंशी नगर इलाके में बनाए गए नए ओवरहेड टैंक में जलनिगम के ही ऑपरेटर्स काम कर रहे थे। ओवरहेड टैंक बनाए जाने के बाद और इनके ट्रायल चेक किए जाने के बाद जलनिगम को इन्हें निगम के जलकल विभाग को हैंडओवर किया जाना था। लेकिन ऐसा न हुआ। जलनिगम के मुताबिक जलकल विभाग के अधिकारियों से बार बार ओवरहेड टैंक का हैंडओवर किए जाने की बात की गई लेकिन हर बार जलकल की ओर से सुस्ती दिख्ाई गई।

जलनिगम ने हटाए ऑपरेटर्स

ओवरहेड टैंक बनाए जाने के बाद जलनिगम की ओर से इनसे वाटर सप्लाई शुरू कराने को अपने स्थाई ऑपरेटर्स तैनात किए गए थे। जलनिगम के मुताबिक करीब म् महीने तक इन ओवरहेड टैंक पर अपना स्टाफ खपाते हुए जलकल विभाग को जल्द से जल्द हैंडओवर करने और अपना स्टाफ नियुक्त करने को कहा गया। ऐसा न होने पर आखिरकार जलनिगम ने भी अपने स्थाई ऑपरेटर्स ओवरहेड टैंक से हटा दिए। जिसके बाद शहर के इन चारों बड़े इलाकों के ओवरहेड टैंक से पानी सप्लाई बंद हो गई।

म्00 रुपए देकर भी 'सूखा'

सेंट्रल गर्वनमेंट की योजना के तहत बनाए गए नए ओवरहेड टैंक व ट्यूबवेल से बरेली शहर को पानी की किल्लत खत्म होने की आस जगी थी। इसी कड़ी में निगम के जलकल विभाग की ओर से वीर सावरकर नगर, सुरेश शर्मा नगर और कर्मचारी नगर में पब्लिक से वॉटर कनेक्शन के तौर पर म्00 रुपए भी लिए गए। लेकिन म्00 रुपए अदा करने के बावजूद कुछ ही महीनों बाद करीब ख्8 हजार से ज्यादा लोगों के घरों में लगे नल सरकारी नल सूख गए। जिन लोगों के घरों में शुरू से सबमर्सिबल या हैंडपंप लगे थे, उन्होंने ने तो जैसे तैसे स्थिति संभाल ली। लेकिन बाकी या तो आस पड़ोस के सबमरसिबल वाले घरों से पानी लेने को मजबूर हुए या फिर चौराहों पर लगे सरकारी हैंडपंपों से पानी भरने की मेहनत कर रहे।

मेयर के निर्देश भी ठेंगे पर

ज्यादा समय नहीं बीता जब वीर सावरकर नगर और कर्मचारी नगर में पानी की किल्लत की शिकायतें उठने पर मेयर डॉ। आईएस तोमर ने इस मामले में संज्ञान लिया। मेयर ने जलकल विभाग के एई आरवी राजपूत को दिसंबर के आखिर हफ्ते में ही इन दोनों एरिया के ओवरहेड टैंक और पाइप लाइन का इंस्पेक्शन करने और जलनिगम से ओवरहेड टैंक का हैंडओवर लेने के निर्देश दिए थे। उस मौके पर मेयर ने जलनिगम के एक्सईएन को भी मौके पर बुलाया हैंडओवर की कवायद जल्द निपटाने के निर्देश दिए थे। बावजूद इसके जलकल विभाग की सुस्ती बरकरार रही और जिम्मेदारों ने वीर सावरकर नगर और कर्मचारी नगर के ओवरहेड टैंक का हैंडओवर नहीं लिया।

-----------------------------------

जलकल विभाग और जलनिगम दोनों के ही अफसर एक दूसरे पर पानी सप्लाई रूकने का जिम्मेवार ठहरा रहे। हमें पानी की जरूरत है लेकिन कोई सुनवाई नहीं करता। - अनिल कुमार, कर्मचारी नगर

पानी की सप्लाई रुकने से खाना पकाने और पीने तक के लाले पड़ रहे हैं। पड़ोस के घर में सबमर्सिबल लगा होने से उन्हीें से पानी मांगकर गुजारा चल रहा है। घर के काम काज में महिलाओं को सबसे ज्यादा दिक्कत हो रही। - संध्या शर्मा, वीर सावरकर नगर

महीने भर से पानी न आने की शिकायत कर रहे लेकिन कहीं सुनवाई नहीं हुई। वॉटर कनेक्शन के नाम पर म्00 रुपए भी लिए गए लेकिन घरों में नल सूखे पड़े हैं। बिना पानी के रोजमर्रा के काम कैसे निपटाएं - प्रदीप चंद, सुरेश शर्मा नगर

-------------------

जलकल विभाग के साथ जलनिगम के अधिकारियों के ब् ज्वाइंट इंस्पेक्शन किए जा चुके हैं। जो ओवरहेड टैंक के हैंडओवर से पहले जरूरी है। बार बार चेताने के बावजूद जलकल ने हैंडओवर नहीं लिया। तय समय के बाद मजबूरी में जलनिगम ने अपने ऑपरेटर्स की ड्यूटी ओवरहेड टैंक से हटा दी.- पाता राम, एक्सईएन, जलनिगम

जलनिगम के अधिकारियों के साथ सभी ओवरहेड टैंक, इनके निर्माण की क्वालिटी और पाइप लाइन की लंबाई की जांच की जाएगी। इंस्पेक्शन के बाद ही हैंडओवर की प्रोसेस को आगे बढ़ाया जाएगा। जल्द ही ज्वाइंट इंस्पेक्शन कर हैंडओवर कर पानी की सप्लाई शुरू की जाएगी। - एमएल मौर्या, जीएम, जलकल विभाग