रांची: एक रक्षक ही भक्षक बन गया। शादी का झांसा देकर सालों एक युवती के अस्मत से खेलता रहा। युवती ने जब शादी करने का दबाव बनाया तो वह मुकर गया। इस पर पीडि़ता ने पुलिस से शिकायत की। लंबे अरसे के बाद उसे इंसाफ मिला। कोर्ट ने आरोपी सिपाही को 10 की सजा सुनाई। जहां अब वह अपने किये की सजा भुगतेगा।

रक्षक ही निकला भक्षक

शादी का झांसा देकर यौन शोषण करने के अभियुक्त त्रिपुरा फोर्स के सिपाही विनोद तिर्की को रांची एजेसी 3 के न्यायाधीश एसके पांडेय की अदालत ने यह सजा सुनाई। उस पर 20 हजार का जुर्माना भी लगाया गया है। जुर्माना की राशि नहीं देने पर 6 माह के अतिरिक्त सजा भुगतनी होगी। अदालत ने पिछले सुनवाई के दौरान आरोपी को दोषी ठहराया था। मामले में अभियोजन पक्ष की ओर से कुल 11 गवाहों की गवाही कराई गई।

यह है मामला

दोषी सिपाही विनोद तिर्की मार्च 2013 से जून 2015 तक युवती के साथ ये करतूत करता रहा। शादी से मुकरने पर 2016 में उसके खिलाफ नर्कोपी थाना में मामला दर्ज कराया गया था। सिपाही विनोद तिर्की ने फोन के जरिये युवती से दोस्ती की थी।