सम्मिलित राज्य अभियंत्रण सेवा परीक्षा एवं अवर अभियंता परीक्षा 2013 के अभ्यर्थियों ने 03 जुलाई से शुरू किया था आयोग पर प्रदर्शन

ALLAHABAD: उत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन (यूपीपीएससी) की सम्मिलित राज्य अभियंत्रण सेवा परीक्षा 2013/सहायक अभियंता भर्ती परीक्षा और अवर अभियंता 2013 भर्ती परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों के लिए राहत भरी खबर है। यूपी लोक सेवा आयोग एई एग्जाम का रिजल्ट अगस्त के अंत तक तथा जेई का रिजल्ट सितम्बर के लास्ट तक निकालने का टार्गेट लेकर चल रहा है। इस बावत लोक सेवा आयोग के सचिव जगदीश का कहना है कि एई परीक्षा की कॉपियों का मॉडरेशन चल रहा है।

एक्सपर्ट्स का मिलते रहना जरूरी

सचिव जगदीश का कहना है कि यदि समय पर एक्सप‌र्ट्स मिलते रहे तो एक से डेढ़ माह में एई का रिजल्ट और इसके एक माह बाद जेई का रिजल्ट निकाल दिया जाएगा। जेई की कॉपियां भी जांची जा रही हैं। बता दें कि कई साल से पेंडिंग इन रिजल्ट को लेकर अभ्यर्थी प्रदेश के अलग अलग जगह से आकर 03 जुलाई से आयोग कार्यालय पर भूख हड़ताल पर बैठे थे। आयोग के आश्वासन के बाद इन्होंने प्रदर्शन ट्यूजडे को खत्म कर दिया।

14 बार प्रदर्शन, 15 दिन भूख हड़ताल

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा वर्ष 2013 की राज्य अभियंत्रण सेवा भर्ती परीक्षा का परिणाम अभी तक घोषित नहीं हुआ है। इसकी लिखित परीक्षा अप्रैल 2016 में ली जा चुकी है। इसी प्रकार अवर अभियंता 2013 की लिखित परीक्षा भी मई 2016 में करवाई गई थी। परिणाम न घोषित होने के कारण अभ्यर्थियों में काफी आक्रोश है। इसे लेकर अभ्यर्थी 14 बार आयोग के कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन कर चुके हैं। परिणाम के इंतजार में अभ्यर्थियों के समूह ने आयोग कार्यालय पर होली से पहले और बाद तक 15 दिनो की भूख हड़ताल भी की थी। उस समय आयोग ने एई का रिजल्ट जून के प्रथम सप्ताह में और जेई का रिजल्ट अगस्त के प्रथम सप्ताह में घोषित करने की बात कही थी।

महत्वपूर्ण तथ्य

- सहायक अभियंता परीक्षा का विज्ञापन 24 दिसम्बर 2013 में आया।

- करीब 07 हजार परीक्षार्थी हुए हैं शामिल।

- पदों की संख्या लगभग 936 है।

- अवर अभियंता परीक्षा का विज्ञापन भी 24 दिसम्बर 2013 में आया था।

- करीब 08 हजार परीक्षार्थी हुए हैं शामिल।

- 2400 पदों के लिये करवाई गई थी परीक्षा

किसी भी परीक्षा का परिणाम यदि चार से छह वर्ष के अंतराल पर निकलता है तो हताशा का स्तर बढ़ ही जाता है। आयोग के अधिकारी भी देरी पर कोई स्पष्ट जवाब नहीं देते। इस परीक्षा में शामिल होने वाले करीब 50 फीसदी परीक्षार्थी पहले ही ओवरएज हो चुके हैं।

अविनाश

हमें इसी परिणाम से नौकरी मिलने की आस है। खास यह कि आयोग ने वर्ष 2013 के बाद एक भी बार एई और जेई की वैकेंसी नहीं निकाली। आयोग में हम जब भी बात करने जाते हैं। हर बार अलग बात की जाती है।

कृष्ण कुमार

हम अपनी बातों को लेकर जल्द ही सीएम योगी आदित्यनाथ से लखनऊ में मुलाकात करेंगे। उनके सामने पूरी बात रखेंगे। हमें पूरी उम्मीद है कि सरकार और आयोग हमारी समस्याओं को समझते हुए जल्द समाधान करेंगे।

अजीत सोनकर

हमें प्रदर्शन में शामिल होना बिल्कुल अच्छा नहीं लगता। छात्र का काम पढ़ना है न कि विरोध में शामिल होना। लेकिन अब यह हमारी मजबूरी भी बन चुकी है। इसमें हमारा बहुत पैसा भी खर्च होता है।

सौरभ कुमार