-हेमंत सोरेन, बाबूलाल मरांडी, सुबोधकांत सहाय समेत कई नेता सड़क पर उतरे

-गिरफ्तारी के बाद जिलों में बने अस्थाई कैंप जेल में रखे गए बंद समर्थक, शाम में हुई रिहाई

-इक्का-दुक्का जगहों पर बकझक व हल्की तोड़फोड़ को छोड़ कोई बड़ी घटना नहीं हुई

-चौकस था प्रशासन, हो रही थी वीडियोग्राफी व फोटोग्राफी, ड्रोन से भी हुई निगहबानी

-शहरों में ज्यादातर दुकानें दोपहर तक रहीं बंद, सड़कों पर सन्नाटे का रहा आलम

रांची : भूमि अधिग्रहण संशोधन विधेयक के खिलाफ गुरुवार को संपूर्ण विपक्ष का झारखंड बंद सख्त सुरक्षा के बीच शांतिपूर्ण रहा। पूरे राज्य में इक्का-दुक्का स्थानों पर हल्की बकझक और तोड़फोड़ की घटनाएं हुई। राजधानी में नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन, पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी, पूर्व केंद्रीयमंत्री सुबोधकांत सहाय, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डा। अजय कुमार सिंह समेत प्रमुख विपक्षी दलों के नेता सड़क पर उतरे और गिरफ्तारी दी। पुलिस मुख्यालय के मुताबिक पूरे राज्य में बंद के दौरान 18973 लोगों ने अपनी गिरफ्तारी दी। गिरफ्तार बंद समर्थकों को जिलों में बने अस्थाई कैंप जेलों में रखा गया। उन्हें देर शाम रिहा किया गया। बंद को झामुमो, कांग्रेस, झाविमो, राजद, वामदल के अलावा कई आदिवासी संगठनों का समर्थन था।

बंद रहीं ज्यादातर दुकानें :

बंद के मद्देनजर रांची, जमशेदपुर और धनबाद समेत लगभग सभी शहरों में ज्यादातर दुकानें बंद रहीं। दुकानदारों ने एहतियातन अपने प्रतिष्ठान बंद रखे। वहीं, स्कूलों ने भी पहले ही छुट्टी की घोषणा कर रखी थी। दोपहर से पहले सड़कों पर सन्नाटे से आलम रहा। शाम होते-होते सड़कों पर आवागमन सामान्य होता दिखा। ज्यादातर दुकानें भी खुल गई।

सख्त थी सुरक्षा :

बंद के दौरान प्रशासन चौकस दिखा। वीडियोग्राफी, फोटोग्राफी के अलावा रैपिड एक्शन फोर्स (रैफ) व रैपिड एक्शन पुलिस (रैप) के महिला-पुरुष जवानों के अतिरिक्त जिला बल के जवान भी तैनात किए गए थे। इसके अलावा पूरे राज्य में पांच हजार अधिकारी और पुलिस बल भी सड़कों पर मुस्तैद रहे। बंद के दौरान शहर की विधि-व्यवस्था व यातायात व्यवस्था की जानकारी देने के लिए जिला पुलिस-प्रशासन स्तर पर रेडियो व एफएम पर लगातार जानकारियां अपडेट की जा रही थी। सख्त सुरक्षा का ही असर रहा कि बंद के दौरान हिंसा या तोड़फोड़ जैसी घटनाएं नहीं हुई। जहां भी ऐसी आशंका हुई तुरंत लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। ड्रोन से भी निगहबानी होती रही।

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जो प्रमुख नेता हुए गिरफ्तार :

- रांची : पूर्व मुख्यमंत्री सह झाविमो प्रमुख बाबूलाल मरांडी, पूर्व मुख्यमंत्री सह झामुमो नेता हेमंत सोरेन, जेएमएम विधायक बंधु तिर्की, जेवीएम विधायक प्रदीप यादव, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डा। अजय कुमार, सुखदेव भगत, केएन त्रिपाठी, आदित्य विक्रम जायसवाल।

- जमशेदपुर : जेएमएम नेता रामदास सोरेन, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष प्रदीप बालमुचू, कांग्रेस नेता विजय खान व आनंद बिहारी दुबे।

- हजारीबाग : पूर्व सांसद सह भाकपा नेता भुनेश्वर मेहता व कांग्रेस के विधायक मनोज यादव।

- कोडरमा : पूर्व मंत्री एवं राजद अध्यक्ष अन्नपूर्णा देवी।

- चतरा : पूर्व मंत्री सत्यानंद भोक्ता व कांग्रेस नेता बद्री प्रसाद।

- गिरिडीह : पूर्व मंत्री सह कांग्रेस नेता सरफराज अहमद, झाविमो नेता लक्ष्मण स्वर्णकार व निजामुद्दीन।

- दुमका : जेएमएम नेता नलिन सोरेन।

- देवघर : पूर्व मंत्री सह राजद नेता सुरेश पासवान, पूर्व मंत्री सह जेएमएम नेता हाजी हुसैन अंसारी, कांग्रेस के पूर्व सांसद फुरकान अंसारी विधायक बादल पत्रलेख तथा पूर्व विधानसभा अध्यक्ष शशांक शेखर भोक्ता।

- गोड्डा : पूर्व विधायक सह कांग्रेस नेता राजेश रंजन।