बुलंदशहर हिंसा के बाद डीएम ने ली कानून व्यवस्था की बैठक

थाना प्रभारियों को दिए सख्त निर्देश, वारदात पर तय होगी जिम्मेदारी

Meerut : अपने-अपने क्षेत्रों में पुलिस मुस्तैद रहे। शुक्रवार को लॉ एंड आर्डर की बैठक में डीएम ने स्पष्ट कर दिया कि जिन थानाध्यक्षों के क्षेत्र में गोकशी, गो तस्करी और अवैध स्लाटरिंग हुई उसकी नौकरी जाएगी। किसी भी सूरत में ऐसे अफसर को बख्शा नहीं जाएगा। डीएम ने पुलिस अधिकारियों को गांव के चौकीदार और गांव के बीट सिपाही से नियमित फीडबैक लेते हुए गौकशी, गौ तस्करी पर नजर रखने के आदेश थानाध्यक्षों दिए। बुलंदशहर बवाल के बाद शुक्रवार को कलक्ट्रेट स्थित बचत भवन सभागार में आयोजित कानून व्यवस्था की बैठक में डीएम ने गोकशी पर एनएसए के तहत कार्रवाई के आदेश पुलिस अधिकारियों को दिए।

नजर रखें अधिकारी

बैठक में डीएम ने पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिए कि माहौल खराब करने वाले असामाजिक तत्वों एवं संदिग्ध व्यक्तियों पर पैनी नजर रखें।

ये भी दिए निर्देश

-जहां बिना अनुमति वाले लाउडस्पीकर नहीं हटे हैं वहां से तत्काल हटाएं।

-अपने क्षेत्रों के धर्मगुरुओं व उस क्षेत्र के गणमान्यों के संपर्क में रहें।

-जनपद में धारा 144 लागू का अनुपालन सुनिश्चित कराएं।

-किसी भी छोटी घटना के घटित होने पर पुलिस अधिकारी तत्काल मौके पर पहुंचे।

-गोवंश व गो तस्करी में पंजीकृत व्यक्तियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करें।

-चौकीदार, लेखपाल, ग्राम पंचायत सचिव से लें नियमित फीडबैक।

-सभी थानाध्यक्ष एक व्हाटसएप ग्रुप बनाकर अपने सूचना तंत्र से सभी सूचनाओं का आदान-प्रदान करें।

स्लाटर हाउस चेक करें अधिकारी

जिला पशुचिकित्सा अधिकारी एके सिंह को डीएम ने निर्देश दिए कि वे स्लॉटर हाउसों को नियमित चेक करें। वहां देखें कि कोई गड़बड़ी तो नहीं हो रही है। मानक व कैपेसिटी के हिसाब से ही स्लाटरिंग होनी चाहिए। बैठक में एसएसपी अखिलेश कुमार, एडीएम सिटी मुकेश चंद्र, एसपी सिटी रणविजय सिंह, क्राइम वीपी अशोक, देहात राजेश कुमार, नगर मजिस्ट्रेट शैलेन्द्र सिंह, एसडीएम सदर निशा अनंत आदि मौजूद थे।