छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : किसी परिवार के दो जवान बेटे और तीन बहनों का इकलौता भाई यदि किसी किसी कारण के अचानक मार दिया जाए तो उस परिवार के दर्द और आक्रोश की इंतेहा नहीं हो सकती। बागबेड़ा नागाडीह में गुरुवार की रात भीड़ द्वारा पीट-पीट कर मार दिए जाने वाले जुगसलाई नयाबाजार निवासी सहोदर भाई गौतम और विकास तथा जुगसलाई गाढ़ाबासा निवासी गंगेश गुप्ता के परिजन, पड़ोसी और मुहल्ले के लोग शुक्रवार को सुबह लगभग 7.30 बजे ही जुगसलाई रेलवे फाटक के समीप स्थित रेलवे पुल के नीचे सड़क के बीचोबीच बैठ गए और सड़क जाम कर दिया। वे आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। इस घटना के विरोध में शुक्रवार को जुगसलाई और बागबेड़ा पूरी तरह से बंद रहा।

पुलिस ने कर दी थी बैरीकेडिंग

इधर, पुलिस ने परिजनों के आक्रोश और मौके पर मौजूद भीड़ को देखते हुए बिष्टुपुर की ओर से जुगसलाई जाने वाले वाहनों व राहगीरों को वोल्टास बिल्डिंग के पास बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया था। शुरुआत में आंदोलन कर रहे लोगों ने किसी की एक नहीं सुनी। पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के सारे प्रयास विफल हो रहे थे। आंदोलन स्थल एडीएम सुबोध कुमार, एसडीओ, सीओ, डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे

मानने को नहीं थे तैयार

जुगसलाई में सड़क जाम कर बैठे आक्रोशित प्रशासन के लाख समझाने के बावजूद मानने को तैयार नहीं थे। लगभग 12 बजे दो वज्र वाहन, जवानों से भरी एक बस और कई पीसीआर वैन लेकर डीएसपी सिटी अनिमेष नैथानी वहां पहुंच और लोगों से किसी तरह से रास्ता खाली कराकर आगे कहीं चले गए।

पोस्टमार्टम रुम के बाहर पुलिस तैनात

राजनगर के शोभापुर में तीन लोगों की हत्या होने की जानकारी मिलने पर मृतकों के परिजन शव देखने के लिए गुरुवार को वहां पहुंचे तो ग्रामीण गुस्सा गए। उन्हें गांव के बाहर से ही उल्टे पांव लौटा दिया गया। जब वे लोग शाम को जमशेदपुर एमजीएम थाना क्षेत्र के पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे तो वहां शवों की पहचान की शवों को देखकर परिजन बेकाबू हो गए। पोस्टमार्टम हाउस के बाहर पहले से ही बारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई थी। किसी को भी पोस्टमार्टम गेट के अंदर जाने की अनुमति नहीं थी।

मिलेगा दो-दो लाख मुआवजा

इसके थोड़ी देर बाद सिटी एसपी प्रशांत आनंद मौके पर पहुंचे उन्हेोंने मृतकों के परिजनों को बात करने के लिए अलग बुलाया। उन्होंने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये मुआवजा देने, दाह संस्कार के लिए तत्काल 20-20 हजार रुपये देने और टीएमएच में एडमिट वृद्ध महिला के ट्रीटमेंट का सारा खर्च सरकार व प्रशासन की ओर से उठाए जाने की घोषणा की। इसके बाद लोग शांत हुए।

अफवाह खत्म करने को प्रचार-प्रसार

बच्चा चोरी के अफवाह में गुरुवार को पीट-पीट कर सात लोगों की हत्या के बाद जिला प्रशासन अलर्ट हो गया है। जिला प्रशासन के 10 प्रचार वाहनों ने मुसाबनी, गालूडीह, जादूगोड़ा, घाटशिला, पोटका और बोड़ाम समेत अन्य संवेदनशील इलाकों में अफवाहों के खिलाफ प्रचार किया। माइक से एलान कर ग्रामीणों को बताया गया कि जिले में बच्चा चोरी की कोई घटना नहीं हुई है। बच्चा चोर की अफवाह पूरी तरह झूठ है। इसलिए, शांति बनाए रखें और कानून हाथ में नहीं लें।

दुष्प्रचार में शामिल लोग जाएंगे जेल

उपायुक्त अमित कुमार ने कहा है कि बच्चा चोरी की अफवाह फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी। जो लोग वाट्स एप और फेसबुक के जरिए दुष्प्रचार में शामिल हैं, पुलिस उन्हें चिन्हित कर रही है। अगर किसी ग्रुप में इस तरह का कोई मैसेज चलता है तो उसके एडमिन भी नपेंगे।