-- यूपीपीसीएल के पॉवर टैरिफ हाइक के प्रपोजल पर यूपीईआरसी ने वेडनेसडे को मर्चेट चैम्बर हाल में की पब्लिक हियरिंग

-महंगी पॉवर पर्चेस कॉस्ट बनेगी बिजली के रेट बढ़ने की वजह, बीते फाइनेंशियल ईयर में टैरिफ हाइक न होने से ज्यादा रेट बढ़ने के आसार

KANPUR: बिजली के बढ़े बिल का झटका झेलने के लिए तैयार हो जाइए। क्योंकि दीवाली से पहले ही पॉवर टैरिफ हाइक का 'करंट' लगने वाला है। इसके संकेत वेडनेसडे को मर्चेन्ट चेम्बर हॉल में हुई पब्लिक हियरिंग के दौरान उत्तर प्रदेश इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमीशन(यूपीईआरसी)ने दे दिए हैं। हांलाकि एनर्जी चार्ज बढ़ने के साथ ही रेगुलेटरी सरचार्ज, टाइम से बिल जमा करने आदि में कुछ राहत मिलने की संभावना जताई जा रही है।

20 परसेंट तक

उत्तर प्रदेश पॉवर कार्पोरेशन लिमिटेड पॉवर टैरिफ हाइक का प्रपोजल यूपीईआरसी दे चुका है। यह अब तक का सबसे अधिक हाइक (20 परसेंट तक) का प्रस्ताव बताया जा रहा है। इस प्रपोजल के मुताबिक अभी तक डोमेस्टिक कन्ज्यूमर्स को जो बिजली 4.90 रुपए प्रति यूनिट मिलती थी, वह बढ़कर 6.20 रुपए प्रति यूनिट हो जाएगी। इसी तरह 151 से 300 यूनिट प्रतिमाह एनर्जी खर्च पर रेट 5.40 की जगह 6.50 रुपए प्रि1त यूनिट प्रपोज किए गए।

फिक्स्ड चार्ज भी बढ़ेगा

वहीं 500 यूनिट से अधिक प्रति माह बिजली खर्च करने पर आपको 6.50 रुपए की 7.50 रुपए प्रति यूनिट तक दाम चुकाने पड़ सकते हैं। इसी तरह कामार्शियल कनेक्शन (एलएमवी-2) में भी फिक्स्ड चार्ज 100 व 120 रुपए प्रति किलोवॉट की हाइक प्रपोज की गई। वही कामार्शियल कनेक्शन के मिनिमम चार्ज में 575 से बढ़ाकर 700 रुपए प्रति किलोवॉट प्रति महीना प्रस्तावित किया गया है। एनर्जी चार्ज 7 की जगह 7.55 रुपए प्रति यूनिट प्रपोज किए गए हैं।

बढ़ी पॉवर पर्चेस कॉस्ट बनी वजह

पॉवर टैरिफ हाइक की वजह बीते दो फाइनेंशियल ईयर में पॉवर पर्चेस कॉस्ट में 21 परसेंट वृद्धि बताई जा रही है। इसके अलावा कोल के रेट बढ़ने, रेलवे फ्रेट और टांसपोर्टेशन चार्ज के साथ ही बढ़े हुए ट्रांसमिशन चाजर्1 भी बताए जा रहे हैं।

5 स्थानों पर हियरिंग के बाद डिसीजन

यूपीईआरसी के चेयरमैन राज प्रताप सिंह ने बताया कि ये सही है कि कि पॉवर परचेज कॉस्ट काफी बढ़ गई है। पर यूपीपीएल के प्रपोज्ड पॉवर टैरिफ पर अभी कोई डिसीजन नहीं किया गया है। पॉवर टैरिफ हाइक को लेकर कानपुर की तरह ही आगरा, लखनऊ, नोएडा व वाराणसी में भी पब्लिक हियरिंग की जाएगी। इसके बाद ही डिसीजन किया जाएगा। इसमें सितंबर तक का वक्त लग सकता है।

कब कितनी हुई हाइक

फाइनेंशियल ईयर- पॉवर टैरिफ हाइक

2017-18 -- 12.73 परसेंट

2016-17-- 3.18 परसेंट

2015-16-- 5.47 परसेंट

2014-15-- 8.90 परसेंट

2013-14-- 6.58 परसेंट

2012-13-- 17.60 परसेंट

डोमेस्टिक

150 यूनिट तक

मौजूदा रेट- 4.90 रु.प्रति यूनिट

प्रपोज्ड रेट-- 6.20 रु.प्रति यूनिट

151-300 यूनिट तक

मौजूदा रेट-- 5.40 रु.प्रति यूनिट

प्रपोज्ड रेट-- 6.50 रु। प्रति यूनिट

301 से 500 यूनिट तक

मौजूदा रेट-- 6.20 रु। प्रति यूनिट

प्रपोज्ड रेट- 7.0 रु। प्रति यूनिट

500 यूनिट से अधिक

मौजूदा रेट-- 6.50 रु। प्रति यूनिट

प्रपोज्ड रेट-- 7.50 रु। प्रति यूनिट

प्रपोज्ड कॉमार्शियल टैरिफ

फिक्स्ड चार्ज

4 किलोवॉट तक-- 400 रु.प्रति किवा

4 किलोवॉट से अधिक-- 450 रु.प्रति किवा

एनर्जी चार्ज

300 यूनिट प्रति माह तक-- 7.55 रु। प्रति यूनिट

300 यूनिट प्रति माह से अधिक-- 8.85 रु। प्रति यूिनट

मिनिमम चार्ज

अप्रैल से सितंबर--700 रु.प्रति किवा।

अक्टूबर से मार्च-- 550 रु.प्रति किवा

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मौजूदा कॉमर्शियल टैरिफ

फिक्स्ड चार्ज

2 किलोवॉट तक-- 300रु। प्रति किवा।

2 से अधिक 4 किवा। तक-- 350 रु.प्रति किवा

4 किलोवॉट से अधिक-- 430 रु। प्रति किवा।

एनर्जी चार्ज

300 यूनिट प्रति माह तक --7 रु। प्रति यूनिट

301 से 1000 यूनिट तक प्रति माह-- 8 रु। प्रति यूनिट

1000 यूनिट से अधिक प्रति माह-- 8.30 रु। प्रति यूनिट

मिनिमम चार्ज

अप्रैल से सितंबर-- 575 रु। प्रति किवा प्रति माह

अक्टूबर से मार्च-- 425 रु। प्रति किवा प्रति माह

इलेक्ट्रिसिटी कनेक्शन

टोटल कनेक्शन- 6.12 लाख

डोमेस्टिक-- 5.17 लाख

कॉमार्शियल- 80 हजार

पॉवर --12,800

लार्ज एंड हैवी- 860