- बोले नेशनल पार्टियों के सांचे में नहीं बैठते हैं फिट

- पुलवामा में खाई गोलियां, आज भी दो गोलियां शरीर में मौजूद

dehradun@inext.co.inDEHRADUN: कर्नल (रिटायरर)अजय कोठिायाल के कभी बीजेपी से और कभी निर्दलीय पौड़ी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की तमाम संभावनाओं पर अब विराम लग गया है. खुद अजय कोठियाल ने इस पर मीडिया के सामने आकर बकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी देते हुए कहा कि वह एक राष्ट्रवादी हैं. लोकसभा इलेक्शन का रास्ता उन्हें दिल्ली में व्यस्त कर देगा. जबकि वे उत्तराखंड की सेवा करना चाहते हैं. उन्होंने दो टूक कहा कि राष्ट्रीय दलों के फॉर्मूले पर वे फिट नहीं बैठते हैं. यही वजह है कि वे राष्ट्रीय दलों से आगे भी इलेक्शन नहीं लड़ेगे.

युवा, महिलाओं व पूर्व सैनिकों के लिए रहेंगे तैयार

ईसी रोड एक होटल में संडे को कर्नल कोठियाल ने कहा कि वे सेना में अपनी सेवा देने के साथ ही दो बार माउंट एवरेस्ट फतह कर चुके हैं. जून 2013 की आपदा से केदारनाथ घाटी में आई आपदा के दौरान उत्तरकाशी से लेकर केदारघाटी में किए गए पुनर्निर्माण कार्यो का उल्लेख करते हुए कहा कि उनकी भूमिका के बारे में सबको जानकारी है. 5 सालों में आठ हजार बेरोजगारों युवाओं को फ्री ट्रेनिंग देकर इंडियन आर्मी व अन्य बलों के साथ सेल्फ इंप्लॉएमेंट की ट्रेनिंग दी. वर्तमान में 2 हजार युवा यूथ फाउंडेशन के कैंपों में ट्रेनिंग ले रहे हैं. लेकिन पौड़ी लोकसभा से लोकसभा चुनाव 2019 के लिए साथियों से चर्चा के बाद निर्दलीय इलेक्शन लड़ने का निर्णय लिया गया. लेकिन आत्मंथन के बाद महसूस किया गया कि राष्ट्रीय राजनीतिक दलों के सांचे में हम फिट नहीं बैठ रहे हैं. हम अपने कार्यो में तेजी लाएंगे. राज्य के उत्थान के लिए तीन चेहरे युवा, मातृशक्ति व पहाड़ के प्रतिभाशाली फौजी. कर्नल कोठियाल ने कहा कि वे अविवाहित हैं, कोई जिम्मेदारी नहीं है. पिता बीएसएफ से रिटायर आईजी हैं और छोटा भाई मल्टीनेशन कंपनी में प्रेसीडेंट है. ऐसे में तय किया है कि राज्य के युवाओं, महिलाओं व पूर्व सैनिकों के भविष्य को राह दिखाने में पूरी ताकत लगाऊंगा और पौड़ी से इलेक्शन नहीं लडूंगा. कर्नल कोठियाल ने अपनी 27 साल की देश सेवा का जिक्र करते हुए कहा कि देश में पुलवामा की चर्चा हो रही है और मैंने भी गोलियां खाई हैं और मेरे शरीर में वो दो गोलियां मौजूद हैं.