·Bareilly :

कागजों में ही युवाओं का कौशल निखारना आठ कौशल विकास केंद्र को भारी पड़ गया। इनमें से पांच केंद्र बरेली के हैं। बिना संसाधान केंद्रों का संचालन की जानकारी जानकारी जब जिला प्रशासन को हुई तो इसकी जांच कराई गई। जांच कराई तो आठ केंद्र फर्जी निकले जिनकी रिपोर्ट शासन ने मुख्यालय को भेजी। मुख्यालय से संस्तुति मिलते हुए सीडीओ ने जिले के आठ कौशल विकास केंद्रों को ट्यूजडे को निरस्त कर दिया।

अन्य केंद्र संचालकों में मचा हड़कंप-

कुछ दिन पहले बहेड़ी क्षेत्र में सांसद व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने करीब 20 कौशल विकास केंद्रों के फर्जीवाडे़ की शिकायत की थी। जिस पर सीडीओ ने जांच कराई तो चार केंद्रों में बैच शुरू नहीं होने की जानकारी पुख्ता हुई। शेष में भी गड़बडि़यां मिली। यह गोलमाल सामने आने पर जिले की सभी तहसीलों में चल रहे केंद्रों की जांच के लिए त्रिस्तरीय कमेटी गठित किया। जांच कमेटी ने जब मौके पर जाकर पड़ताल की तो केंद्रों पर नामांकन के अनुसार मौके पर प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले प्रशिक्षु नहीं मिले। न फर्नीचर था, न ही कम्प्यूटर मिला। बिना प्रशिक्षक प्रशिक्षण की पोल भी खुली। जिस पर सीडीओ ने मिशन निदेशक लखनऊ को रिपोर्ट भेजी। वहां से इन केंद्रों को निरस्त करने के निर्देश मिलते ही सीडीओ ने कार्रवाई की।

इन पर गिरी गाज

विशारत गंज रोड आंवला, गुलाब राय इंटर कॉलेज भवरिया रोड नवाबगंज, एलबीएस ग्रुप ऑफ इंस्टीटयूट ऑफ हरदुआ नवाबगंज, बेरियर नं.दो पीर बहोड़ा बरेली, मो। मिर्धान नई बस्ती फरीदपुर, शहदाना कालोनी, मकरंदपुर धाराजीत आंवला, बीडीए कालोनी बदायूं रोड बरेली।

प्रशिक्षण पूरा कराकर कर बंद करेंगे सेंटर

निरस्तीकरण आदेश के बाद अब ये केंद्र संचालित बैचों का प्रशिक्षण पूरा कराएंगे.इस दौरान संचालकों को वर्दी भुगतान के अलावा कोई प्रशिक्षण शुल्क नहीं मिलेगा। इसके बाद इन्हें बंद करना होगा.यदि निर्धारित समय पर सेंटर नहीं बंद करेंगे तो कार्रवाई की जाएगी।