- केजीएमयू में कर्मचारियों की गुंडई, कैंसर पीडि़त से अभद्रता, बेटे को पीटा

-केजीएमयू में चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने किया 110 करोड़ की परियोजनाओं का शुभारंभ

LUCKNOW: किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में एक ओर चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन डॉक्टर्स और कर्मचारियों को मरीजों व तीमारदारों के साथ नरमी से पेश आने की हिदायत दे रहे थे तो उसी दौरान केजीएमयू के कर्मचारियों ने ओपीडी में महिला मरीज और उसके बेटे को दौड़ाकर पीटा। मामला सामने आने पर केजीएमयू के चीफ प्रॉक्टर ने मैन पॉवर सर्विस प्रोवाइडर की ओर से तैनात तीन आरोपी कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त करने के आदेश दिए हैं। साथ ही आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के भी निर्देश दिए हैं।

कर्मचारियों को समझाना नहीं आया काम

चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन गुरुवार को केजीएमयू में करीब 110 करोड़ रुपए की लागत की योजनाओं का शुभारंभ करने के बाद डॉक्टर्स और कर्मचारियों को संबोधित कर रहे थे। चिकित्सा विश्वविद्यालय की बेहतर चिकित्सा सेवाओं की सराहना करते हुए उन्होंने डॉक्टर्स, नर्सेज व कर्मचारियों को मरीजों, तीमारदारों के प्रति अच्छे व्यवहार किए जाने का आग्रह करते हुए कहा कि कष्ट में उपचार के लिए आए मरीज व उनके तीमारदार कई बार कठोर वचन का प्रयोग कर देते हैं तो ऐसे में चिकित्सकों एवं कर्मचारियों को उन्हें शांति से समझाना चाहिए।

केजीएमयू की साख को लगता है धक्का

मरीजों के साथ अच्छा व्यवहार करें। अक्सर डॉक्टर व कर्मचारियों के बर्ताव को लेकर सूचनाएं आती हैं। इससे केजीएमयू की साख को धक्का लग रहा है, लेकिन उनकी सीख काम न आई। मंत्री डॉक्टर्स को संबोधित करने के बाद निकले ही थे कि नई ओपीडी में कर्मचारियों ने एक तीमारदार को दौड़ाकर पीटा। आरोप है कि कैंसर से पीडि़त कांति देवी चल न पाने की स्थिति में परिजन उन्हें पास में ही स्टाफ टॉयलेट ले गए थे। मरीज को स्टाफ टॉयलेट से निकलता देख कर्मचारियों ने अभद्रता शुरू कर दी। इसका उनके बेटे ने विरोध किया तो कर्मचारियों ने उनके बेटे को दौड़ाकर पीटा और मरीज कांति देवी के साथ भी अभद्रता की।

चीफ प्रॉक्टर ने लिया एक्शन

मरीजों से खचाखच भरी ओपीडी में मरीज और तीमारदार की अचानक पिटाई से हड़कंप मच गया। इसका कुछ तीमारदारों ने वीडियो भी बना लिया। वीडियो क्लिप मीडिया कर्मियों के माध्यम से चीफ प्रॉक्टर को पहुंची तो उन्होंने मामले का संज्ञान लेते हुए तीन कर्मचारियों को नौकरी से हटाने और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं।

कंप्यूटर ऑपरेटर हैं कर्मचारी

चीफ प्रॉक्टर के अनुसार तीनों कर्मचारी लॉयल टेक मैनेजमेंट सर्विस की ओर से ओपीडी में तैनात किए गए हैं। तीनों संलिप्त कर्मचारियों जितेश कुमार, जीत सिंह और नवीन कुमार को तत्काल प्रभाव से हटाने के आदेश दिए गए हैं। साथ ही कंपनी को निर्देश दिया गया है कि संस्थान में किसी और विभाग में तैनात न किया जाए।

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यह दुर्भाग्यपूर्ण है। परिस्थिति कुछ भी हो डॉक्टर्स कर्मचारियों के लिए यह उचित नहीं है कि पीडि़त मरीजों के साथ ऐसा व्यवहार किया जाए। तीनों आरोपी कर्मचारियों को हटाने और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए गए हैं।

प्रो। आरएएस कुशवाहा, चीफ प्रॉक्टर, केजीएमयू

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जल्द होगी शुरुआत

मंत्री ने कहा कि 13 नए मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं। इनमें से पांच मेडिकल कॉलेज की शुरुआत जल्द होगी। इनमें बस्ती,बहराइच अयोध्या, फिरोजाबाद, शाहजहांपुर शामिल हैं। उन्होंने कहा कि केजीएमयू पर मरीजों का काफी दबाव है। आस पास के जिलों में सुविधाएं बेहतर कर इस दबाव को कम किया जा सकता है।

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चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने दी नसीहत

आशुतोष टंडन ने कहा कि अस्पताल के अधिकारी पहले भवन का निर्माण कराएं उसके बाद ही उपकरण खरीदें। अभी तक जो व्यवस्थाएं थी उसमें पहले उपकरण खरीदे जाते थे। इसके बाद निर्माण कार्य शुरू होता था। इससे मरीजों को समय पर इलाज मुहैया कराने का मकसद हल नहीं हो पा रहा था। पहले अफसर वेंटीलेटर व दूसरे उपकरण खरीदते थे, बाद में भवन निर्माण होता था। अब व्यवस्थाओं में काफी सुधार लाया गया है और निर्माण के बाद ही उपकरण खरीदे जा रहे हैं।

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200 तक पहुंचे वेंटीलेटर

कार्यक्रम के दौरान चिकित्सा शिक्षा मंत्री वीसी प्रो। एमएलबी भट्ट खुद की पीठ थपथपाना नहीं भूले। उन्होंने कहा कि केजीएमयू में 200 वेंटीलेटर की सुविधा संचालित है। पिछले दो ढाई वर्ष में वेंटीलेटर बढ़ाकर 50 से 200 पहुंच गए। हालांकि ये सभी वेंटीलेटर पूर्व वीसी के समय ही मंगाए गए थे। पिछले दो वर्षो से वेंटीलेटर डिब्बों में पड़े बर्बाद हो रहे थे। कार्यक्रम का संचालन ट्रॉमा सर्जरी विभाग के एचओडी डॉ। संदीप तिवारी ने किया। इस मौके पर सीएमएस डॉ। एसएन शंखवार, रेस्पीरेटरी मेडिसिन के एचओडी प्रो। सूर्यकांत, कार्डियोलॉजी के डॉ। वीएस नारायण, फारेंसिक मेडिसिन के प्रो। अनूप वर्मा सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

इन परियोजनाओं का लोकार्पण

1.पल्मोनरी एवं क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग के अंतर्गत वेन्टीलेटर यूनिट

-14 वेंटीलेटर व 6 हाई डिपेंडेंसी यूनिट का संचालन

-पांच करोड़

एमसीएच विंग-

क्वीन मेरी हॉस्पिटल में 100 बेड की एमसीएच विंग के ए-ब्लाक का शुभारंभ

लागत 23.16 करोड़

मल्टीलेवल पार्किंग

लॉरी कार्डियोलॉजी विभाग परिसर में मल्टीलेवल पार्किंग

160 चार पहिया वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था

47.58 करोड़ लागत

फॉरेंसिक मेडिसिन की नई विंग

नव निर्मित विंग में बनेंगी कई आधुनिक लैबोरेटरी

4.74 करोड़ लागत

रिसर्च और स्टूडेंट्स को मिलेगा फायदा

सीवीटीएस में अतिरिक्त तल

सीवीटीएस विभाग में अतिरिक्त तक का शिलान्यास

-17.42 करोड़ आएगी लागत

-मरीजों की संख्या को देखते हुए बढ़ेगी सुविधा

-मरीजों के लिए 40 बेड और होंगे उपलब्ध

टाइप 1 आवास

आएएलसी परिसर में 12.36 करोड़ की लागत से 36 भवनों का निर्माण

आवास ब्लाक बी का लोकार्पण

तीन टावरों में 84 स्टाफ क्वॉर्टर की सुविधा