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LUCKNOW : केजीएमयू के खाते से जालसाजों ने फर्जी चेक लगाकर ढाई करोड़ रुपए पार कर दिए। यह चेक तो फर्जी थी ही साथ ही इसमें वित्त नियंत्रक के साइन भी नकली थे। यह रकम जानकीपुरम की इंडसइंड बैंक की शाखा में अमित प्रकाश पाठक के खाते में गई है। जिस पर केजीएमयू के अधिकारियों ने इलाहाबाद बैंक के अधिकारियों, कर्मचारियों पर मिली भगत का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए हैं।

नकली चेक से किया खेल
केजीएमयू कैंपस में इलाहाबाद बैंक की शाखा है और इसी शाखा में केजीएमयू का कंटेंजेसी खाता है। जिसका संचालन रजिस्ट्रार और फाइनेंस आफिसर के साइन से होता है। वित्त अधिकारी मो। जमा की ओर से चौक कोतवाली को दी गई तहरीर में कहा गया है कि खाते से कूटरचित चेक संख्या 327565 से तीन अक्टूबर को इंडसइंड बैंक, जानकीपुरम शाखा में अमित प्रकाश पाठक द्वारा प्रस्तुत कर ढाई करोड़ का भुगतान लिया गया है। बैंक की ओर से जारी चेक बुक से बैंक को प्रस्तुत किया गया कूटरचित चेक बिल्कुल अलग है।

बैंक कर्मचारियों पर आरोप
उनका कहना है कि बिना बैंक कर्मचारियों की मिली भगत से इतना बड़ा भुगतान कूटरचित चेक से संभव नहीं है। वित्त अधिकारी ने कहा कि इस नंबर की चेक अभी तक जारी नहीं की गई है और यह वित्त अधिकारी के कार्यालय में ही उपलब्ध है। वित्त अधिकारी ने अमित प्रकाश पाठक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। इंस्पेक्टर चौक उमेश चंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि शिकायत मिली है, मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

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