-10 से 19 वर्ष की किशोरियों को मिलेगा इलाज

-क्वीन मेरी में खुला सेंटर, मिलेगा विशेष इलाज

LUCKNOW: किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के क्वीन मेरी अस्पताल में एडोलीसेंट क्लीनिक (किशोर परामर्श केंद्र) का शुभारंभ किया गया। इसमें लड़कियों में होने वाली समस्याओं का इलाज किया जाएगा। 10 से 19 वर्ष की लड़कियां यहां पर अपनी समस्याओं का समाधान पा सकेंगी।

वर्ष 2014 से चलाया जा रहा अभियान

क्वीन मेरी में बने एडोलीसेंट हेल्थ एंड डेवलपमेंट सेंटर का केजीएमयू के वीसी प्रो। एमएलबी भट्ट और एनएचएम के मिशन निदेश पंकज कुमार ने शुभारंभ किया। प्रो। सुजाता देव को इस सेंटर का नोडल अधिकारी तैनात किया गया है। डॉ। सुजाता देव ने बताया कि भारत सरकार की ओर से राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत 2014 में किशोर-किशोरियों की स्वास्थ्य आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इसका मुख्य उद्देश्य किशोर-किशोरियों के मानसिक एवं भावनात्मक स्वास्थ्य, स्वस्थ जीवन शैली, हिंसा रहित माहौल, यौन एवं प्रजनन स्वास्थ्य, नशा के लत की रोकथाम और पोषण स्तर में सुधार लाना है। 10-19 वर्ष की अवस्था को किशोरावस्था कहते हैं। किशोर परामर्श केंद्र पर किशोरियों को उनकी स्वास्थ्य से संबधित समस्याओं के समाधान के लिए उचित परामर्श प्रदान किया जाएगा।

अन्य विभाग भी करेंगे सहयोग

इस क्लीनिक में बाल रोग विभाग, मानसिक रोग विभाग, ईएनटी विभाग, मेडिसिन विभाग भी सहयोग करेंगे। यह उच्च स्तरीय सेंटर है जो रेफरल सेंटर भी होगा। यहा पर डॉटा कलेक्शन किया जाएगा और अन्य सेंटरों के लोगों को प्रशिक्षित करने के साथ ही शोध कार्य भी किए जाएंगे।

20 प्रतिशत आबादी किशोरों की

कार्यक्रम में चीफ गेस्ट प्रो। एमएलबी भट्ट ने कहा कि भारत की कुल आबादी के 20 प्रतिशत किशोरों की है। किशोरों की आवश्यक्ताएं व्यस्कों से अलग होती हैं। उनके ऊपर काफी प्रेशर होता है वे विभिन्न प्रकार के मानसिक तनाव आदि से भी गुजरते हैं। इस अवस्था में मुख्य रूप से यौन और प्रजनन स्वास्थ्य, कुपोषण, एनीमिया, नशीली वस्तुओं के सेवन, यौन दु‌र्व्यवहार जैसी समस्याएं होती हैं जिनका समाधान आवश्यक है। इन सभी के लिए इस सेंटर पर मदद मिलेगी।

प्रदेश का दूसरा सेंटर

इस मौके पर केजीएमयू डीन प्रो। विनीता दास ने बताया कि यह प्रदेश का दूसरा एडोलीसेंट सेंटर है। पहला सेंटर बीएचयू वाराणसी में खोला गया था। इस मौके पर डॉ। हरिओम दीक्षित, डॉ। सुनील मेहरा, सहित अन्य लोग मौजूद रहे।