-कडि़या मुंडा के आवास से चार जवानों के अपहरण के भी हैं आरोपित

-जमशेदपुर बस स्टैंड से कर रहे थे भागने की तैयारी, दबोचे गए

-एसपी ने कहा, पूछताछ में स्वीकारा कि दुष्कर्म के लिए था उकसाया

-गुजरात के सतपति कल्ट संप्रदाय से प्रभावित होकर कर रहे थे कार्य

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RANCHI: पत्थलगड़ी मामले में पुलिस को एक और बड़ी सफलता हाथ लगी है। पत्थलगड़ी के नेता ओर कोचांग दुष्कर्म घटना का मास्टरमाइंड जॉन जुनास तिडू और बलराम समद को गिरफ्तार कर लिया गया है। इन दोनों पर सांसद कडि़या मुंडा के घर से चार पुलिसकर्मियों को हथियार के साथ अगवा करने का भी आरोप है। इनके साथ मामले का एक और आरोपित सुरेंद्र कुमार मुंडा को भी पुलिस ने दबोचा है। हालांकि, तीसरे की गिरफ्तारी पर पुलिस मौन साधे है।

डीआईजी ने दी जानकारी
इस संबंध में रविवार को जिला पुलिस मुख्यालय में आइजी नवीन कुमार सिन्हा, डीआइजी एवी होमकर, डीसी सूरज कुमार, एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा और जमशेदपुर एसपी अनूप बिरथरे ने संयुक्त रूप से पत्रकारों को गिरफ्तारी की जानकारी दी। आइजी ने कहा कि आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस मुख्यालय ने कई पुलिस टीमों का गठन किया था। कई जगहों पर लगातार छापामारी चल रही थी। इसी क्रम में रविवार को सूचना मिली कि जॉन जुनास तिडू और बलराम समद जमशेदपुर बस अड्डा से कहीं बाहर निकलने की तैयारी कर रहे हैं। इसी सूचना पर पुलिस ने दोनों को बस अड्डा से दबोच लिया। दोनों दूसरे राज्य भागने की फिराक में थे।

पूछताछ में स्वीकारा गुनाह
आइजी ने कहा कि गिरफ्तार दोनों आरोपितों ने पूछताछ में स्वीकार किया है कि उन्होंने पीएलएफआइ के बाजी समद उर्फ टकला एवं जुनास मुंडू को गैंगरेप की वारदात को अंजाम देने के लिए उकसाया था। उन्होंने खासतौर पर कहा था कि नुक्कड़ नाटक के कलाकार प्रशासन को हमारे बारे में सूचना दे सकते हैं, इसलिए इनकी बेइज्जती करना जरूरी है।

गुजरात गए थे तिडू व समद
पत्थलगड़ी के विकृत स्वरूप के बारे में बताया कि गुजरात में सतपति कल्ट संप्रदाय के लोगों की विचारधारा से प्रभावित होकर ऐसा कार्य कर रहे थे। दोनों ने स्वीकार किया कि वे कुछ माह पूर्व तापी, गुजरात गए थे। गिरफ्तार दोनों आरोपितों पर खूंटी के अलग-अलग थाना में कई केस दर्ज हैं।

महाराष्ट्र में छिपा है यूसुफ पूर्ति
पत्थलगड़ी का मास्टरमाइंड यूसुफ पूर्ति महाराष्ट्र में हो सकता है। सूत्रों के अनुसार यूसुफ खूंटी से भागकर पहले जमशेदपुर गया। इसके बाद वहां से भागकर गुजरात गया। बाद में वह वहां से महाराष्ट्र पहुंचा और अभी वह वहीं छिपा हुआ है।