RANCHI: राजधानी के विद्यानगर से अपहृत बच्चे कृष्णा मिश्रा को पुलिस ने सकुशल मुक्त करा लिया है। उसे रांची-खूंटी बॉर्डर के पास लोधमा के जंगलों से बरामद किया गया है। पुलिस ने अपहरण में शामिल सभी अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें शिवानंद उरांव, अनिल कुमार लकड़ा और राजेश कुमार टुंडुू उर्फ राजू शामिल हैं। पुलिस ने इनके पास से फिरौती मांगी गई मोबाइल आदि को जब्त किया है। एसएसपी अनीश गुप्ता ने बताया कि अपहरणकर्ताओं का लोकेशन पुलिस को मिल गया था। जिसके बाद देर रात रांची और खूंटी पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया गया है। इस अपहरण कांड में शामिल सभी अपराधियों की गिरफ्तारी भी कर ली गई है। उनके पास से हथियार भी बरामद हुए हैं।

घुमाने के बहाने किया था अगवा

एसएसपी अनीश गुप्ता ने बताया कि कृष्णा को गंगानगर स्थित ठेकेदार छत्रपाल मिश्रा के बेटे को उनके घर के पास से उनके ही पूर्व कर्मचारी शिवानंद ने चकमा देकर अगवा कर लिया था। बच्चे को शिवानंद करम चौक पर मिठाई खिलाने और घुमाने के नाम पर ले गया था और फिर बाइक पर बैठाकर राजेश उर्फ राजू की प्रेमिका के घर ले गया। वहां पूरी रात रखने के बाद चतरा बच्चे को वह चतरा ले गया। फिर वहां से चिटुवादाग जंगल ले गया था। यहां बच्चे को पूरे दिन जंगल में घुमाया। इसके बाद रात में महुआटोली स्थित अनिल की प्रेमिका के घर रखा। इस बीच बच्चे के लोकेशन की सूचना पुलिस को मिली। इसी क्रम में गुरुवार की सुबह करीब नौ बजे अपहर्ताओं को घेरकर बच्चे को बरामद कर लिया गया।

40 लाख मांगी थी फिरौती

बता दें कि कृष्णा को छोड़ने के एवज में अपहर्ताओं ने उसके पिता से 40 लाख की फिरौती मांगी थी। बच्चे को अपहर्ता यह महसूस नहीं होने दे रहे थे कि उसका अपहरण किया गया है। उसे घुमाने और खेलाने की बात कर यहां से वहां ले जा रहे थे।

पीएलएफआइ के नाम पर मांग चुके हैं रंगदारी

गिरफ्तारी तीनों अपराधी पीएलएफआइ के नाम पर रंगदारी मांग चुके हैं। अरगोड़ा पुलिस ने इन्हें वर्ष 2017 में जेल भेजा था। इन दिनों पुंदाग इलाके में शिवानंद गंगानगर रोड रोड नंबर दो में ही रहता है, जबकि राजू पुंदाग इलाके में अपनी कथित पत्‍‌नी के साथ रहता था। वहां शिवानंद भी आता-जाता था।