-बांके बिहारी मंदिर में 4-6 बजे तक चलेगा छठी का कार्यक्रम उसके बाद शुरू होगी भागवत कथा

-श्रीहरि मंदिर में भी भागवत कथा के पहले मनाई जाएगा छठी का कार्यक्रम

BAREILLY :

श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के बाद मंदिरों में अब सैटरडे को भगवान की छठी मनाई जाएगी। इसके लिए भी मंदिरों में तैयारियां पूरी कर ली है। शहर के बांके बिहारी मंदिर और श्री हरि मंदिर में छठी का कार्यक्रम शाम को मनाया जाएगा। शाम को छठी कार्यक्रम के बाद देर शाम से भागवत कथा का भी आयोजन किया जाएगा।

तेरी रहमतों का दरिया सरेआम चल रहा है

राजेंद्र नगर बरेली स्थित श्रीबांके बिहारी मंदिर में चल रहे वार्षिकोत्सव में वृंदावन से पधारे रजनीशानंद जी ने भागवत कथा में सुनाया कि भगवान तो केवल भक्तों के भाव के भूखे हैं। भगवान की भक्ति भी उसी को मिलती है जिस का भाव अच्छा है। सांसारिक व्यक्ति भगवान को भाव अर्पण न कर केवल भौतिक वस्तुओं का अर्पण करते हैं। जबकि यह संसार एवं समस्त भौतिक वस्तुएं तो उस परमपिता परमात्मा की ही बनाई हुई हैं। भगवान को इन सब भौतिक वस्तुओं की आवश्यकता नहीं है। भगवान की भक्ति के लिए केवल मन का निर्मल होना आवश्यक है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि मन को संसार में लगाएंगे तो वह बंधन का कारण बनता है। यदि भगवान के चरणों में लगाएंगे तो मोक्ष का कारण बनता है। मानव मात्र का एक ही परम लक्ष्य है भगवान के चरणों से प्रेम करना। कार्यक्रम के बीच कथा व्यास ने सुनाया कि 'तेरी रहमतों का दरिया सरेआम चल रहा है, मुझे भीख मिल रही है मेरा काम चल रहा है' 'मैंने मोहन को बुलाया है वो आता होगा, वहीं जगदीश भाटिया ने भी 'सारी दुनिया है दीवानी राधा रानी आपकी, भजन सुनाया। कथा में सुरेश पाठक, जगदीश भाटिया, दिनेश तनेजा, विजय बंसल, विजय गुप्ता, होशियार सिंह, मनोहर लाल, दीपक भाटिया और संजीव गुलाटी आदि मौजूद रहे।

श्रीहरि मंदिर वही कथामृत की रसधार

श्रीहरि मंदिर में सुबह साढ़ आठ बजे से साढ़े दस बजे तक कथा व्यास पं। रामदेव शास्त्री ने श्रोताओं को कथा सुनाई। जिसके बाद शाम को भागवत महापुराण की कथा। हुई। श्रीमद् भागवत कथा पठान कोट से पधारे अतुल कृष्ण शास्त्री ने सुनाई। इस मौके पर बड़ी संख्या में श्रोता मौजूद रहे। भागवत कथा में कथा व्यास ने बताया कि सैटरडे को मंदिर में भगवान श्री कृष्ण की छठी भी मनाई जाएगी।