- केजीएमयू का दीक्षांत समारोह 30 अक्टूबर को होगा आयोजित

- प्रो। बलराम भार्गव व प्रो। शिव कुमार सरीन को मिलेगी डीएससी की मानद उपाधि

LUCKNOW :

किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) के कन्वोकेशन में इस बार भी बेटियों का दबदबा रहेगा। केजीएमयू के सबसे प्रतिष्ठित मेडल्स पर बेटियों ने ही कब्जा जमाया है। 30 अक्टूबर को होने वाले दीक्षांत समारोह में इन्हें मेडल्स से सम्मानित किया जाएगा। केजीएमयू प्रशासन ने दीक्षांत के लिए तैयारियां तेज कर दी हैं। दीक्षांत में बड़ी संख्या में छात्र छात्राओं को मेडल्स दिए जाएंगे।

कृतिका का जलवा

एमबीबीएस 2013 बैच की कृतिका गुप्ता को केजीएमयू के प्रतिष्ठत हीवेट मेडल्स से नवाजा जाएगा। उन्हें इस बार केजीएमयू में सबसे अधिक मेडल्स मिलेंगे। जबकि 2013 बैच की ही अरमीन अली को चांसलर गोल्ड सहित आठ मेडल दिए जाएंगे। जिनमें तीन गोल्ड, दो सिल्वर और ब्रांज मेडल सहित सर्टिफिकेट प्राइज भी हैं। इस बार मेडिकोज को कई नए अवार्ड भी दिए जाएंगे।

दी जाएंगी मानद उपाधियां

दीक्षांत समारोह में इस बार दो डॉक्टर्स को मानद उपाधियों(आनरिस कॉजा) से नवाजा जाएगा। उपाधियां केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सेक्रेटरी व इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च के डीजी प्रो। बलराम भार्गव और नई दिल्ली स्थित इंस्टीट्यूट आफ लिवर एंड बिलियरी साइंसेज के निदेशक डॉ। शिव कुमार सरीन को दी जाएंगी।

प्रो। वैलियाथन होंगे चीफ गेस्ट

केजीएमयू के 14 वें दीक्षांत समारोह में मनीपाल यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ लाइफ साइंसेज के नेशनल रिसर्च प्रोफेसर एमवीएस वैलीआथन मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगे। जबकि समारोह की अध्यक्षता राज्यपाल राम नाईक करेंगे। इसके अलावा चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ आशुतोष टंडन विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगे।

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फोटो कृतिका गुप्ता

पढ़ाई के साथ स्पोर्ट में भी आगे कृतिका

2013 बैच की कृतिका गुप्ता ने बताया कि एमबीबीएस में पहली ही बार में उनका सेलेक्शन हुआ था। वह कार्डियोलॉजिस्ट बनकर लोगों की सेवा करना चाहती हैं। कृतिका ने बताया कि उन्होंने पढ़ाई को एंज्वाय किया है और तनाव कभी नहीं लिया। पढ़ाई के साथ ही वह स्पो‌र्ट्स में भी आगे हैं। स्कूल से लेकर केजीएमयू तक उन्होंने कई गेम्स में हिस्सा लिया और प्राइज जीते हैं। साथ ही क्लासिकल संगीत में भी रुचि है। गोरखपुर की रहने वाली कृतिका के फादर जगदंबिका प्रसाद रेलवे में एक्सईएन थे। पिता और उनकी मां कल्पना गुप्ता बचपन से ही चाहते थे कि वह डाक्टर बने।

बनारस की बेटी को आठ मेडल

चांसलर्स मेडल सहित आठ मेडल पर कब्जा जमाने वाली अरमीन अली बनारस की रहने वाली हैं। उनके पिता सैय्यद मोहम्मद अली इलेक्ट्रिकल इंजीनियर हैं ओर मां आफरीन गृहणी है। अरमीन ने बताया कि वह पीडियाट्रिक में पीजी करके बच्चों का इलाज करना चाहती हैं। कृतिका ने बताया कि यदि आप अपने लक्ष्य के प्रति इमानदार हैं और मेहनत करते है तो सफलता जरूर मिलती है।