-अरैल में यूपी पर्यटन विभाग की ओर से किया गया है आलौकिक आयोजन

-17 अलग अलग गैलरीज में भारतीय संस्कृति की प्राचीन विरासत को सहेजा गया

vikash.gupta@inext.co.in
PRAYAGRAJ: यूं तो कुंभ में एक से बढ़कर एक दिव्य और भव्य नजारे देखने को मिल रहे हैं। लेकिन कुंभ मेले में कुछ ऐसी भी चीजें हैं, जिन्हें अगर आपने नहीं देखा तो यकीन मानिए आप कुंभ के दिव्य दर्शन को अधूरा छोड़कर ही जा रहे हैं। अरैल के सेक्टर-19 में यूपी पर्यटन विभाग की ओर से बसाया गया संस्कृति ग्राम उसी में से एक है। यहां भारतीय संस्कृति की प्राचीन विरासत को एक ही छत के नीचे सहेजने और समेटने की कोशिश की गई है।

प्रवेश द्वार पर लुभा रहा कलश
सेक्टर-19 में एंट्री करने के बाद कुछ दूर चलने पर आपको दूर से ही संस्कृति ग्राम का अलौकिक नजारा दिखता है। यहां से गुजरने वाले गेट पर पहुंचते ही ठहर जाते हैं। सामने उन्हें किसी जंगल में बसी ऋषि-मुनि की कुटिया जैसा सीन देखने को मिलता है। इसी के बगल में यूपी पर्यटन विभाग की अपील वाला साइनिंग बोर्ड दिखता है। इस पर बेहद ही खूबसूरत तरीके से लिखा गया है यूपी नहीं देखा तो इंडिया नहीं देखा। यहां से टर्न होते ही सामने पहाड़नुमा प्रवेश द्वार है, जिसपर रखे कलश को देख लोगों के मुंह से एक ही बात निकलती है अरे वाह।

एक छत के नीचे वैदिक, रामायण और महाभारत
संस्कृति ग्राम के मुख्य प्रवेश द्वार से अंदर प्रवेश करते ही भारतीय वैदिक संस्कृति एवं सभ्यता के दर्शन होने शुरू हो जाते हैं। इसके बारे में पूरी जानकारी बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन की आवाज में लोगों को दी जा रही है। अंदर 17 गैलरीज को यूनीक स्टाइल में सजाया गया है। इनमें सुन्दर कलाकृतियों के माध्यम से अलग-अलग काल की सभ्यता के बारे में बताने की कोशिश की गई है। यहां वैदिक काल, रामायण युग और महाभारत काल के अस्त्र-शस्त्र, उस समय की कहानियां, अलग अलग लीलाओं को बहुत ही रोचक ढंग से प्रस्तुत किया गया है। यहां वैदिक काल की गैलरी में सामवेद, अथर्ववेद, यजुर्वेद और ऋग्वेद की प्रतिकृति भी लोगों के आकर्षण का केन्द्र है।

इंडो-इस्लामिक कला एवं स्थापत्य के बारे में भी बताया
इसके अलावा गैलरीज में सिन्धु घाटी सभ्यता, कृष्ण कथाएं, बुद्ध एवं महावीर, मौर्य काल, शुंग एवं कुषाण काल, गुप्त काल, वर्धन साम्राज्य, भारत में मंदिर वास्तु का विकास, भक्ति काल, मराठा साम्राज्य के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारियां लोगों को रोमांचक तरीके से दी जा रही हैं। यही नहीं कुंभ के इस विशेष आयोजन में इंडो-इस्लामिक कला एवं स्थापत्य के बारे में भी अलग से गैलरी सजाई गई है। वहीं 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की यादों को भी सहेजने की कोशिश की गई है।

बना है सेल्फी प्वॉइंट
गैलरीज के बीचो बीच फैंसी लाइटिंग से सजा बेहतरीन सेल्फी प्वाइंट भी बनाया गया है। इनके अगल बगल लगी सीटों पर बैठकर लोग खूब सेल्फी ले रहे हैं। वहीं गैलरीज के एग्जिट प्वाइंट को भी शानदार तरीके से रचा गया है। निकासी द्वार से निकलने पर किनारे किनारे पीली घास की बड़ी बड़ी झाडि़यों पर लालटैननुमा बल्ब लगाया गया है। जिसकी सुन्दरता हल्की पीली लाइट में देखते ही बनती है। गौरतलब है कि संस्कृति ग्राम का शुभारंभ यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने 10 जनवरी को किया था।