-काशी विद्यापीठ में एग्जाम दे रहे मेडिकल इंस्टीट्यूट के स्टूडेंट्स का कारनामा, रिपोर्ट दर्ज

-नकल करने में हुए नाकाम तो किया हंगामा, प्रॉक्टोरियल बोर्ड के मेंबर्स से उलझे, एक छात्र को भी पीटा

VARANASI

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में कराये जा रहे एग्जाम में नकल रोकने के लिए की गई कड़ाई से भड़के मेडिकल स्टूडेंट्स ने शनिवार को जमकर हंगामा किया। कैंपस में तोड़फोड़ करने के साथ ही प्रॉक्टोरियल बोर्ड के मेंबर्स पर भी हमले का प्रयास किया। यही नहीं यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स के साथ भी मारपीट की। परिसर में हंगामे की सूचना पर पहुंची सिगरा पुलिस ने हालात संभाले। मेडिकल इंस्टीट्यूट के हंगामा कर रहे स्टूडेंट्स को किसी तरह से बस में बैठा कर कैंपस से बाहर निकाला गया। इस दौरान अराजकता पर उतरे छात्रों ने एक मीडियाकर्मी का मोबाइल भी छीन लिया। चीफ प्रॉक्टर प्रो। शम्भू उपाध्याय की ओर से सिगरा थाने में घटना की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। बता दें कि मेडिकल इंस्टीट्यूट विद्यापीठ से संबद्ध नहीं है लेकिन वहां के मेडिकल छात्रों का एग्जाम विश्वविद्यालय में ही होता है।

बवाल तो दूसरी ओर मारपीट

चीफ प्रॉक्टर प्रो। शंभू उपाध्याय के अनुसार एक मेडिकल इंस्टीट्यूट के एमबीबीएस सेकेंड ईयर के स्टूडेंट्स की परीक्षा परिसर में करायी जा रही थी। जुलाई में ही शुरू हुए एग्जाम का शनिवार को समापन होना था। सेकेंड शिफ्ट में दोपहर दो से शाम पांच बजे तक चली परीक्षा में एक परीक्षार्थी को नकल करते हुए पकड़ा गया। जिस पर उस छात्र ने सेंट्रल ऑफिस में जाकर हंगामा किया। पकड़ा गये छात्र ने यूनिवर्सिटी प्रशासन पर दबाव बनाने के लिए छत से भी कूदने का प्रयास किया लेकिन प्रॉक्टोरियल बोर्ड के मेंबर ने उसके इस प्रयास को असफल कर दिया। उधर परीक्षा खत्म होते ही एमबीबीएस के अन्य स्टूडेंट्स ने भी परिसर में हंगामा करना शुरू कर दिया। प्रॉक्टोरियल बोर्ड के मेंबर्स ने उन्हें समझाने का प्रयास किया तो वह उलझ गये। इसके बाद एमबीबीएस के छात्रों ने तोड़फोड़ शुरू कर दी। देखते ही देखते मेडिकल के छात्रों ने प्रॉक्टोरियल बोर्ड के मेंबर्स पर भी हमले का प्रयास किया। इसके अलावा परिसर के छात्रों से भी मारपीट शुरू कर दी। इसी बीच एक मीडियाकर्मी ने घटना का वीडियो बनाना शुरू किया तो उसके साथ भी दु‌र्व्यवहार किया गया। छात्रों ने मीडियाकर्मी का मोबाइल भी छीन लिया। इस बीच घटना की सूचना पर पहुंची सिगरा पुलिस ने बवाल कर रहे छात्रों को नियंत्रित किया। उसके बाद उन्हें बस में बैठाकर परिसर से बाहर निकाला। टीचर्स व कर्मचारियों ने घटना की जानकारी वीसी प्रो। टीएन सिंह को दी। वीसी ने चीफ प्रॉक्टर को इंस्टीट्यूट के दोषी छात्रों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया।

नकल में पकड़े गये थे सात छात्र

यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने एग्जाम में नकल रोकने के लिए कड़ाई की थी। जिसके चलते एमबीबीएस के सात छात्रों को नकल करते हुए पकड़ा गया था। चीफ प्रॉक्टर ने बताया कि 20 जुलाई को भी एक छात्र को नकल करते हुए पकड़ा गया था। इसके ठीक दूसरे दिन एक अन्य छात्र नकल करते हुए पकड़ाया तो वह छोड़े नहीं जाने पर छत से कूदने की धमकी देने लगा था।