गैंगस्टर सुशील श्रीवास्तव की हत्या के पीछे सुरक्षा में चूक की बात आ रही सामने

सीआईडी जांच में पुलिसकर्मियों को कोर्ट के अंदर आने से रोके जाने का हुआ है खुलासा

RANCHI : दो जून को हजारीबाग कोर्ट कैंपस में अपराधियों द्वारा दिनदहाड़े एके-47 से की गई ताबड़तोड़ फायरिंग में गैंगस्टर सुशील श्रीवास्तव समेत तीन के मारे जाने के पीछे सुरक्षा में चूक की बात सामने आ रही है। सीआईडी जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि सुशील श्रीवास्तव को हजारीबाग सेंट्रल जेल से कोर्ट में पेशी के लिए लाए जाने के दौरान उसकी सुरक्षा में लगे कुछ पुलिसकर्मियों को कोर्ट के गेट पर ही रोक दिया गया था। सीआईडी एसपी नरेंद्र कुमार सिंह ने अपनी टीम के साथ हजारीबाग जाकर मामले की जांच की तो सुरक्षा में कोताही बरतने की बात सामने आई।

सुशील ने कहा था: क्यों रोकी जा रही सुरक्षा

गैंगस्टर सुशील श्रीवास्तव को जब जेल से पेशी के लिए कोर्ट लाया जा रहा था तो उसकी सुरक्षा में 50 के करीब पुलिसकर्मी तैनात थे। लेकिन, कोर्ट गेट के पास ज्यादातर पुलिसकर्मियों को रोक दिया गया था। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, सुशील ने अपने वकीलों से भी कहा था कि क्यों सुरक्षा में कमी की जा रही है और मेरे परिजनों व सहयोगियों को कोर्ट में आने से रोका जा रहा है। ऐसे में अपराधियों द्वारी उसकी हत्या किए जाने के बाद सीआईडी इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या पांडेय गिरोह के विकास तिवारी और उसके सहयोगियों ने पुलिसकर्मियों को रोका था या इसके पीछे कुछ और वजह थी। हालांकि, इस घटना के बाद गैंगस्टर सुशील श्रीवास्तव की सिक्योरिटी में लगे 16 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।

खुद को असुरक्षित महसूस कर रही हूं- निशी सिंह उर्फ लक्क

इधर, आई नेक्स्ट में फोन कर किशोर पांडेय की वेवा निशी सिंह उर्फ लक्की ने बताया कि उसकी डेढ़ साल की बेटी है। जिस तरह पांडेय गैंग और सुशील श्रीवास्तव गैंग के बीच गैंगवार चल रहा है, उसमें असुरक्षित महसूस कर रही हूं। उसने यह भी कहा कि जमशेदपुर में उनके पति किशोर पांडेय की सुरक्षा के बीच हत्या कर दी गई थी। ऐसे में मेरी जान को भी खतरा है। सुशील श्रीवास्तव हत्या मामले में मेरे श्वसुर कामेश्वर पांडेय और देवर बबलू पांडेय का कोई हाथ नहीं है। पुलिस उन्हें जबरन तंग कर रही है। जहां तक विकास तिवारी की बात है। उसे न ही जानती हूं और न ही उससे कोई लेना-देना है। हम अब सामान्य जिंदगी जीना चाहते हैं।