AGRA: एसएन मेडिकल कॉलेज में दवाओं को लेकर हमेशा मारामारी रहती है। इस बार भी बजट आने से पहले ही तकादे वालों की लंबी लिस्ट तैयार है। करोड़ों रुपये घाटे में चल रहा एसएन का बजट इस बार भी आने से पहले ही कंगाल कर देगा। क्योंकि बजट से चार गुना ज्यादा देनदारी पहले से ही है।

फार्मेसी में दवाओं का रोना रहेगा बरकरार

पिछले तीन सालों से एसएन मेडिकल कॉलेज में दवाओं का टोटा चला आ रहा है। यहां पर केंद्रीय मंत्री से लेकर राज्य के मंत्री तक आए। सबने यहां के मरीजों की पीड़ा सुनी। दवाएं न मिलने के लिए फटकार भी लगाई पर बजट देने के नाम पर सभी ने चुप्पी साध ली। इस बार एसएन मेडिकल कॉलेज को 40 से 50 लाख रुपये का बजट मिलने की उम्मीद है। अब इतने कम बजट में भला एसएन में कितना लाभ मिलेगा यह बड़ा सवाल है। इस साल के मिलने वाले 50 लाख रुपये के बजट में से उधारी भी चुकानी है। एसएन मेडिकल कॉलेज को वर्तमान में करीब डेढ़ करोड़ रुपये की उधारी पहले से है।

टीचर्स-प्रोफेसर्स की सैलरी पर भी आया संकट

एसएन मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉ। एसके गर्ग के अनुसार उनके पास सैलरी के ही करीब 50 से 60 लाख रुपये कम आए हैं। जिससे कुछ टीचर की सैलरी भी रुकी पड़ी है। असाध्य मरीजों को अगर फॉरमेल्टी के दौर से न गुजरना पड़े तो काफी लोगों को राहत मिल सकती है। डॉ। सुरभि गुप्ता के अनुसार कई बार हम जानते हैं कि सामने वाले व्यक्ति को वाकई जरूरत है। लेकिन उसके पास बीपीएल कार्ड नहीं होता है। या फिर अन्य कई ऐसी फॉर्मेलिटीज है जो वह पूरी नहीं कर पाता है और असाध्य बजट का उसे फायदा नहीं मिल पाता है।

कल चलेगा पता कितना मिलेगा बजट!

एसएन प्रिंसिपल डॉ। एसके गर्ग के अनुसार 28 मार्च को बजट के बारे में पता चल पाएगा कि कितना बजट आएगा।