महिला स्पेशल बस

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च को है। इस दिन से स्थानीय परिवहन विभाग महिलाओं को तोहफे के रूप में दो स्पेशल मुहैया कराएगा, जो महिला सवारियों को गंतव्य स्थान पर पहुंचाएगा। ये बस सुविधा मेडिकल कॉलेज से बेगमपुल तक होगी। ये अपने आप एक यूनीक व्यवस्था होगी। महिलाओं की सुरक्षा के मद्देनजर इस बस सेवा में महिला कंडक्टर रखने का ही विचार किया जा रहा है। अगर महिला कंडक्टर की व्यवस्था न होने पर आर्मी एक्स सर्विसमैन को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।

ताकि न हो अपराध

रोडवेज अधिकारियों की मानें तो ये व्यवस्था महिलाओं की सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए की गई है। प्राइवेट बसों और टैंपों में महिलाओं के साथ काफी छेड़छाड़ होती है। साथ ही प्राइवेट में बसों में लड़कियों और महिलाओं के साथ कंडक्टर तक काफी बद्तमीजी करते हैं। इन बसों में ऐसा मुमकिन नहीं हो सकेगा।

नसीआर में पहली बार

दिल्ली को छोड पूरे एनसीआर में मेरठ पहला ऐसा शहर होगा, जहां महिलाओं के लिए महिला स्पेशल बस की शुरुआत की गई है। गाजियाबाद, नोएडा, गुडग़ांव और फरीदाबाद जैसी हाईटेक और मॉर्डन सिटीज में इस तरह की कोई सेवा नहीं शुरू हुई है, जबकि अब से 12 वर्ष पहले सहेली नाम से लखनऊ में महिलाओं के स्पेशन बस शुरू हुई थी। जो कुछ ही दिनों के बाद बंद हो गई थी। वहीं दिल्ली में भी हाल ही में 11 रूटों पर महिलाओं के लिए स्पेशल बस की शुरुआत की थी।

'अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर महिला स्पेशल बस की शुरुआत कर रहे हैं। ये सुविधा दो बसों के साथ शुरू होगी। जो मेडिकल कॉलेज से बेगमपुल तक दौड़ेगी.'

- संदीप लाहा, आरएम, रोडवेज