- पूर्वाचल एक्सप्रेस वे परियोजना अगले महीने से पकड़ेगी रफ्तार

- बनारस लिंक रोड बनाएगा एनएचएआई तो अयोध्या लिंक पीडब्ल्यूडी

- फिलहाल कंपनियों द्वारा टेंडर की दरें ज्यादा कम होने के आसार नहीं

आसानी से एनओसी मिल गयी
ashok.mishra@inext.co.in
LUCKNOW : लखनऊ से लेकर गाजीपुर तक नौ शहरों को जोड़ने वाला छह लेन का पूर्वाचल एक्सप्रेस वे कई खूबियां समेटे होगा। एक्सप्रेस वे को बनाने के दौरान रास्ते में पड़ने वाले किसी भी प्राकृतिक संसाधन जैसे झील, तालाब सार्वजनिक स्थान जैसे गांव व बाजार आदि को नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा। इसके लिए एक्सप्रेस वे के एलाइनमेंट में खास बदलाव अंजाम दिए गये है। यही वजह है कि एक्सप्रेस वे को पर्यावरण विभाग से आसानी से एनओसी मिल गयी है। लखनऊ से गाजीपुर तक बनने वाले इस एक्सप्रेस वे की हर माह 11 किमी सड़क बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इससे करीब 353 लंबे एक्सप्रेस वे का निर्माण महज 30 महीने में पूरा हो जाएगा।

एनएचएआई बनाएगा वाराणसी लिंक रोड
यह भी तय हो चुका है कि पूर्वाचल एक्सप्रेस वे से आजमगढ़- वाराणसी के लिए बनने वाली करीब 90 किमी की लिंक रोड का निर्माण नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) करेगी। यह आगे जाकर नेशनल हाईवे-28 से जुड़ जाएगा जिसे एनएचएआई अपग्रेड कर रही है। इसी तरह करीब 40 किमी लंबे अयोध्या लिंक रोड का निर्माण पीडब्ल्यूडी के जिम्मे रहेगा। वहीं गोरखपुर लिंक रोड का निर्माण यूपीडा के पास ही रहेगा। अयोध्या लिंक रोड की प्री-फिजीबिलिटी रिपोर्ट का अध्ययन जारी है जिसे शासन की मंजूरी के लिए जल्द भेजा जाना है। इस तरह पूर्वाचल एक्सप्रेस वे 9 से ज्यादा जिलों की पहुंच में आ जाएगा और लोगों को आवागमन में आसानी होगी।

रेट कम होने के आसार नहीं
पूर्वाचल एक्सप्रेस वे बनाने के लिए टेंडर के जरिए चुनी गयी कंपनियों द्वारा करीब दस फीसद रेट ज्यादा देने के बाद यूपीडा ने अल्पकालिक टेंडर निविदा भी जारी की है जिसपर अगले माह में फैसला होना है। हालांकि अधिकारियों की मानें तो इससे करीब दो फीसद रेट ही कम होने की उम्मीद है। इस तरह की कवायद आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस के निर्माण के दौरान भी हुई थी जिसका यही नतीजा सामने आया था।

इन एक्सप्रेस वे से बदलेगी सूरत
प्रदेश सरकार वर्ष 2022 तक करीब 1500 किमी के एक्सप्रेस वे बनाने की तैयारी में है ताकि सूबे की तरक्की की रफ्तार को तेज किया जा सके। इसमें बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे, प्रयाग लिंक एक्सप्रेस वे, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे, वाराणसी लिंक एक्सप्रेस वे, अयोध्या लिंक एक्सप्रेस वे आदि शामिल हैं। इनके इर्द-गिर्द उद्योगों की स्थापना से लोगों को रोजगार के तमाम अवसर मिलेंगे जिससे प्रदेश की खुशहाली का मार्ग प्रशस्त होगा।

18 फ्लाईओवर बनाए जाएंगे
पूर्वाचल एक्सप्रेस वे के निर्माण के दौरान किसी भी झील, तालाब, गांव, बाजार को हटाया नहीं जाएगा। इसके लिए कुल 18 फ्लाईओवर बनाए जाएंगे ताकि उन्हें कोई नुकसान न हो।
ओपी पाठक, ओएसडी, यूपीडा

ये मुख्य एक्सप्रेस वे शामिल

पूर्वाचल एक्सप्रेस वे - 353 किमी।

बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे- 293 किमी।

प्रयाग लिंक एक्सप्रेस वे- 153 किमी।

गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे- 90 किमी।

आजमगढ़-वाराणसी लिंक एक्सप्रेस वे- 90 किमी।

अयोध्या लिंक एक्सप्रेस वे- 40 किमी।

आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे- 302 किमी।

बुलंदशहर-मुजफ्फरनगर एक्सप्रेस वे- 148 किमी।