1- लाला अमरनाथ एक बेहतरीन बल्लेबाज थे। अमरनाथ ने 109 रन की पारी मेरीलेबॉन क्रिकेट क्लब के लिए साउथर्न पंजाब में 1933-34 के बीच खेली थी। जब इंग्लैंड दौरे के लिए पहली टेस्ट क्रिकेट टीम की घोषणा हुई तो लाला अमरनाथ को उस टीम में सिलेक्ट किया गया था।

2- बांम्बे जिमखाना के मैदान में 118 रनो की पारी खेल कर लाला अमरनाथ ने इतिहास रच दिया था। इंडियन क्रिकेट टीम के इतिहास में लाला का यह शतक हमेशा के लिए दर्ज हो गया।

3- लाला अमरनाथ जितने अच्छे बैट्समैन थे उतने ही अच्छे गेंदबाज भी। टेस्ट क्रिकेट के दौरान पहली ही सीरीज के मैच में उन्होंने 4 विकेट लिए थे।

4- 1947 में ब्रिसबेन में हुए एक टेस्ट मैच के दौरान उन्होंने अपनी बेहतरीन गेंदबाजी से सदी के बल्लेबाज कहे जाने वाले डोनाल्ड ब्रेडमैन का विकेट लिया था।

5- इंडियन क्रिकेट टीम का सबसे कांट्रोवर्सियल चेहरा लाला अमरनाथ का ही था। 1936 में वैजीनाग्राम के महाराजा कुमार को उन्होंने इंग्लैंड दौरे से वापस भेज दिया था। इंग्लैंड दौरे पर गए हुए क्रिकेटर्स में वो सबसे अच्छे थे। बोर्ड प्रेसीडेंट एन्थोनी डि मैलो ने 1994 में उन्हें कप्तान के पद से हटा दिया।

6- 1946 में इंग्लैंड दौरे के समय अमरनाथ गेदों को लेकर काफी किफायती थे। सोमरसेट के खिलाफ खेलते हुए हर बॉल पर छह मारने वाले हेराल्ड गिंब्लेट को भी उन्होंने मेडेन ओवर फेका। हेराल्ड ने फ्रस्टेशन में लाला से पूछा का तुम ठीक से बॉल नहीं डाल सकते हो। अमरनाथ ने कहा कि मैने 1940 ऐसी बाल फेकी थी।

7- विजय मर्चेंट की गैरमौजदूगी में आस्ट्रेलिया दौरे पर अमरनाथ ने इंडिया को लीड किया था। यह दौरा आस्ट्रेलिया के लिए एक डिजास्टर साबित हुआ। अमरनाथ ने विक्टोरिया के खिलाफ 228 और क्वींसलैंड के खिलाफ 172 नॉट आउट रन ठोके। दूसरे दिन अखबारों की हेडलाइन थी कि मैच ब्रेडमैन का बैट देखने के लिए नहीं अमरनाथ को देखने के लिए देखें।

8- अमरनाथ सिलेक्टर्स के चेयरमैने थे जब आस्ट्रेलिया ने इंडिया के खिलाफ 127 रनों की पारी दिल्ली में खेली थी। अमरनाथ ने अपनी वीटो पावर का प्रयोग करते हुए टीम में कानपुर में होने वाले दूसरे टेस्ट मैच के लिए जासू पटेल को चुना। पटेल ने टेस्ट में 14 विकेट लिए और इंडिया ने वो टेस्ट 119 रनों से जीता।

9- सही मायनो में अमरनाथ इंडियन टीम के पहले ऑल राउंडर थे। वो गेंद बैट और विकेट तीनों को संभाल सकते थे।

10- अमरनाथ ने अपने बच्चों के विकास को भी सुपरवाइज किया। सुरिंदर ने अपने डेब्यूट में शतक जड़ा। मोहिंदर ने इंडिया के लिए 69 टेस्ट मैच खेले और राजेंदर ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेला। अमरनाथ सुरिंदर के साथ अपनी जोड़ी बनाकर शतक जड़ने वाले पहले पिता पुत्र थे।

11- 1982 में भारत ने पाकिस्तान का दौरा किया। उस दौरे में अमरनाथ पीटीआई के रिपोर्टर के तौर पर गए थे। लाला ने मैच की पूरी डिटेल एजेन्सी को सौंपी। जब पीटीआई ने अमरनाथ से एक कंप्रिहेंसिव राइटअप मांगा तो अमरनाथ ने टेलेक्स ऑपरेटर से भरने के लिए कहा। ऑपरेटर को ना ही अंग्रेजी आती थी और ना ही वो क्रिकेट के बारे में कुछ जानता था। एक पाकिस्तानी जर्नालिस्ट कमर अहमद ने अमरनाथ के लिए मैच की कवरेज लिखी।

12- अमरनाथ ने उस दौर में इंडियन क्रिकेट टीम में हर तरह का किरदार निभाया। वो एक प्लेयर रहे। सिलेक्टर भी रहे। मैनेजर भी रहे। वो टीम के कोच भी रहे और उन्होंने ब्राडकास्टर की भूमिका भी अदा की।

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