- मेडिकल, एजूकेशन, डेवलपमेंट के लिए मिली रकम का नहीं हुआ यूज

- 31 मार्च के बाद सरकारी खाते में जमा हो जाएगा पैसा

ALLAHABAD: किसी को दवा नहीं मिली तो कोई सुविधाओं के अभाव में पढ़ने से महरूम रह गया। कहीं सड़क टूटी तो कहीं नालियां चोक पड़ी हैं। फिलहाल सरकारी विभागों को इससे कोई मतलब नहीं है। उन्होंने अपनी सहूलियत के हिसाब से सरकारी धन का उपयोग किया और बाकी फाइनेंशियल ईयर की क्लोजिंग से पहले सरकार को लौटा दिया। इस तरह से पब्लिक वेलफेयर के लिए मिले करोड़ों रुपए लैप्स हो गए। इनका यूज नहीं हो सका।

सबसे ज्यादा मेडिकल और विकास निधि में डूबी रकम

31 मार्च को फाइनेंशियल ईयर की क्लोजिंग हो रही है। जो सरकारी विभाग पब्लिक वेलफेयर के लिए मिली सरकारी रकम का यूज नहीं कर सके, उन्हें इसे लौटाना होगा। हालांकि लैप्स होने वाली रकम की सूची बनकर तैयार हो चुकी है। इनमें सबसे ज्यादा मेडिकल सुविधाओं और विकास निधि के लिए एलॉट हुई रकम शामिल है। सीधी भाषा में कहें तो पब्लिक का पैसा डूब गया। इसमें मेडिकल सुविधाओं के लिए मिली 10 करोड़ और विकास निधि के लिए मिली 11 करोड़ रुपए से अधिक की रकम है।

वापस नहीं आएगा पैसा

जिले में एजूकेशन, मेडिकल, समाज कल्याण, पिछड़े वर्ग, पीडब्ल्यूडी, एक्साइज और जिला विकास विभाग का कुल 32 करोड़ रुपए लैप्स हुआ है। अब ये पैसा वापस नही मिलेगा। इसकी सूची ट्रेजरी विभाग ने शासन को भेज दी है और 31 मार्च के बाद पैसा सरकारी खाते की शोभा बढ़ाएगा। अब नेक्स्ट फाइनेंशियल ईयर में नए सिरे से सरकार इन विभागों को रकम जारी करेगी।

चुनाव को माना मेन रीजन

संबंधित विभागों के ऑफिसर्स का कहना है कि लास्ट ईयर तक फरवरी व मार्च के महीने में रकम यूज हो जाता था लेकिन इस बार चुनाव की वजह से यह पैसा बच गया। मार्च के फ‌र्स्ट वीक में लोकसभा चुनाव कार्यक्रम घोषित हो जाने की वजह से चुनाव आचार संहिता के पालन में यह पैसा खाते में पड़ा रह गया। हालांकि इससे पहले पैसा क्यों नहीं खर्च हुआ, इसका जवाब देने में ऑफिसर पीछे रह गए।

Fact file

कहां कितना हुआ लैप्स (रुपएए)

मेडिकल- क्0फ्क्99भ्ख्फ्

एजूकेशन- फ्7ब्फ्8ब्8ख्

विकास निधि- क्क्क्ब्087क्म्

पिछड़ा वर्ग कल्याण- क्79फ्म्7फ्ब्

समाज कल्याण- क्फ्ख्97भ्08

पीडब्ल्यूडी- म्9भ्88म्क्

एक्साइज- 8ख्फ्फ्8क्फ्