- पीजीआई और गोमती नगर की तरह ही थी बदमाशों की मॉडस अपरेंडी

- घर में घुसे बदमाशों ने नौकर को चादर से बांध, तलाशी कैश और ज्वैलरी

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LUCKNOW:

विभूति खंड में रिटायर्ड प्रोफेसर के घर डकैती की वारदात को अंजाम देने की कोशिश करने वाले बदमाश उसी गैंग के थे, जिन्होंने पीजीआई और गोमती नगर में डकैती की वारदात को अंजाम दिया था। यहां भी 6 से 7 की संख्या में बदमाश घर में दाखिल हुए और नौकर को बंधक बना चादर से उसके हाथ-पैर बांध दिए। करीब 45 मिनट तक बदमाश घर में मौजूद रहे लेकिन शहीद पथ पर हो रही पुलिस की गश्त के सायरन को सुनकर वे वहां से भाग निकले। बदमाशों की परछाई घर के सामने लगे सीसीटीवी में कैद हो गई है।

गेट की कुंडी तोड़ दाखिल हुए

विभूतिखंड थाना क्षेत्र के गोमती नगर विशेष खंड निवासी प्रो। आरके सिंह के घर बुधवार देर रात छह से सात बदमाश मेन गेट फांदकर अंदर दाखिल हुए। प्रोफेसर के बेटे रनदीप ने बताया कि बदमाशों ने इंट्री के साथ ही मेन गेट के बगल में लगे छोटे गेट की कुंडी तोड़ी। इसके बाद वे ड्राइंग रूम के दरवाजे का लॉक तोड़कर अंदर आए और नीचे की मंजिल में सो रहे नौकर दशरथ को जगाकर पकड़ लिया। बदमाशों ने उसे मारते हुए घर में रखी ज्वैलरी और कैश के बारे में पूछा और फिर चादर फाड़कर उसके हाथ-पैर और मुंह बांध दिए।

15 मिनट तक तलाशते रहे सामान

नौकर को बांधने के बाद बदमाशों ने घर के कमरों की करीब 15 मिनट तक तलाशी ली। लेकिन वे नीचे की मंजिल पर बने आरके सिंह के कमरे और ऊपरी मंजिल पर बने रनदीप के कमरे में नहीं गए।

सायरन सुन भागे बदमाश

बदमाश जब घर की तलाशी ले रहे थे उसी समय विभूतिखंड पुलिस के साथ क्राइम ब्रांच और एसपी की गाडि़यां सायरन बजाते शहीद पथ के सर्विस लेन पर गश्त कर रही थीं। प्रो। आरके सिंह का घर यहां से काफी नजदीक है, इसलिए सायरन की आवाज इनके घर तक आने लगी। जैसे ही बदमाशों ने पुलिस के सायरन की आवाज को सुना वे उसी रास्ते से भाग गए, जिस रास्ते से प्रोफेसर के घर दाखिल हुए थे।

सीसीटीवी में नजर आई परछाई

घटना की जानकारी मिलने पर सुबह 6 बजे एसएसपी दीपक कुमार मौके पर पहुंचे। पुलिस ने जब अपनी जांच शुरू की तो देखा कि प्रो। आरके सिंह के घर के सामने वाले मकान में सीसीटीवी कैमरा लगा है। इसकी फुटेज निकलवाकर देखी गई तो पता चला कि यह नाइट विजन कैमरा नहीं है, इसलिए रात की तस्वीरें साफ नहीं आई लेकिन फिर भी फुटेज में बदमाशों की परछाई नजर आ रही है। इस आधार पर भी पुलिस आगे की जांच कर रही है।

तीनों घटनाओं में एक ही गैंग

माना जा रहा है कि प्रोफेसर के घर जो डकैत आए थे, वे वही थे जिन्होंने पीजीआई और गोमती नगर में डकैती की वारदात को अंजाम दिया है। प्रोफेसर के नौकर दशरथ ने बताया कि सभी बदमाश नकाब पहने थे और वे चाकू और लोहे की राड लिए थे। इनकी उम्र और लैंग्वेज भी पीजीआई और गोमती नगर की वारदात में शामिल बदमाशों की तरह ही थी।