ALLAHABAD: पुस्तकालय विज्ञान पूर्णतया गणित विषय से जुड़ा हुआ क्षेत्र है। इसीलिये गणित के विद्वान डॉ। एसआर रंगनाथन ने इस विधा को नया जन्म दिया। वे पुस्तकालय विज्ञान के जनक बने। यह बात नेहरू ग्राम भारती विश्वविद्यालय के जमुनीपुर परिसर में पुस्तकालय विज्ञान विभाग की ओर से पुस्तकालय विज्ञान के जनक डॉ। एसआर रंगनाथन की 125वीं जयंती पर पुस्तकालय दिवस के अवसर पर आयोजित 'पुस्तकालयों का बदलता स्वरूप' विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी में कुलपति प्रो। लल्लन सिंह ने कही।

21 से कोर्स वर्क की कक्षाएं

मुख्य अतिथि राजर्षि टण्डन मुक्त विश्वविद्यालय के पुस्तकालयाध्यक्ष डॉ। आरजे मौर्य, इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पूर्व पुस्तकालयाध्यक्ष डॉ। सतीश यादव, शुआट्स की डॉ। मनीषा श्रीवास्तव, कुलसचिव डॉ। पीके तिवारी, परीक्षा नियंत्रक डॉ। राजेश कुमार तिवारी ने भी अपने विचार व्यक्त किये। एक अन्य जानकारी में बताया गया कि नेहरू ग्राम भारती विवि के क्रेट-2017 के शोध छात्रों की कोर्स वर्क की कक्षाएं आगामी 21 अगस्त से प्रारम्भ होंगी। वर्क के दौरान शोधार्थियों के लिए सोमवार से बृहस्पतिवार तक एक-एक घंटे के तीन विषयों (प्रश्नपत्रों) की कक्षाएं आयोजित की जायेंगी।

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केंद्रीय राज्य पुस्तकालय में भी आयोजन

केंद्रीय राज्य पुस्तकालय में पुस्तकालय विज्ञान के जनक डॉ। एसआर रंगनाथन की 125वीं जयंती मनाई गई। इस मौके पर सीएवी इंटर कॉलेज, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज, हमीदिया कॉलेज आदि के छात्र-छात्राओं के बीच प्रश्न मंच प्रतियोगिता हुई। सीएवी कॉलेज अव्वल रहा। सभी प्रतिभागी स्टूडेंट्स को प्रमाण पत्र दिया गया। पुस्तकालय के अध्यक्ष रवि कुमार यादव ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संयुक्त निदेशक व प्राचार्य कॉलेज ऑफ टीचर एजूकेशन डॉ। शील वर्मा रहे।