याकूब कुरैशी की मतगणना स्थल पर वापसी से बदला माहौल

दो घंटे इंतजार के बाद देर शाम क्लीयर हुआ परिणाम

Meerut . सुबह सवेरे दो राउंड में गठबंधन के बीएसपी प्रत्याशी याकूब कुरैशी की बढ़त के साथ शुरु हुई मतगणना में जितनी तेजी से गठबंधन के कार्यकर्ताओं का जोश बढ़ा था, दोपहर बाद तक उतनी ही तेजी से भाजपा की बढ़त के साथ जोश ठंडा हो गया. दोपहर बाद लगातार अपनी बढ़त देखते हुए 10 हजार से अधिक वोट का अंतर आते ही भाजपा ने अपनी जीत तय कर दी, लेकिन देर शाम तक इस जीत पर प्रशासनिक मुहर नही लग सकी. इसी बीच रोजा इफ्तार के ठीक पहले याकूब कुरैशी की मतगणना स्थल पर वापसी और जीत के दावे ने एक बार फिर भाजपा की जीत को संशय में डाल दिया. रात आठ बजे तक दोनो खेमे अपनी जीत का दावा करते रहे वहीं प्रशासन की चुप्पी ने संशय की स्थिति बनाए रखी.

रहीं कांटे की टक्कर

मतदान में जीत का आंकड़ा आईपीएल क्रिकेट मैच की तर्ज पर हर पल लगातार प्रत्याशियों का जोश बढ़ता रहा. शुरुआत में दो राउंड में बढ़त के साथ गठबंधन प्रत्याशी याकूब कुरैशी आगे रहे फिर तीसरे राउंड से 11 वें राउंड तक बीजेपी के राजेंद्र अग्रवाल की बढ़त से बीजेपी खेमे में जीत की लहर दौड़ गई. राजेंद्र अग्रवाल ने 1643 सीट से याकूब कुरैशी को पीछे छोड़ दिया. इस बीच एक बार फिर मतगणना ने बाजी पलटी और याकूब कुरैशी के पक्ष में तेजी से सीटों का इजाफा हुआ और 21वें राउंड तक याकूब कुरैशी राजेंद्र अग्रवाल से 28241 सीटों से आगे हो गए. इसके बाद 21वें राउंड में एक बार फिर भाजपा की बढ़त के साथ ही भाजपा की जीत कंफर्म हो गई.

फिर जीत का दावा

भाजपा की बढ़त के साथ 10 हजार से अधिक वोट का अंतर आते ही भाजपा की जीत की कार्यकर्ताओं ने पुष्टि कर जश्न मनाना शुरु कर दिया. भाजपा की जीत के नारों के साथ ही पूरा माहौल मोदीमय हो गया और मिठाइयां बंटनी शुरु हो गई, लेकिन इसी बीच याकूब कुरैशी के बेटे भूरा ने मतों की गणना पूरी से होने से पहले जीत की घोषणा का विरोध करते हुए अपनी जीत का दावा कर दिया. इसी बीच देर शाम याकूब कुरैशी की वापसी ने एक बार फिर गठबंधन की जीत को हवा दे दी है. अचानक याकूब कुरैशी की वापसी के साथ ही एक बार फिर बसपा की जीत का दावा किया जाने लगा. देर शाम 8 बजे तक प्रशासन ने किसी जीत की औपचारिक घोषणा नही की.