- 2022 तक हर घर को रोशन करने के लिए बांटे जा रहे हैं निशुल्क बिजली कनेक्शन

- 28 हजार से अधिक बिजली कनेक्शन बंटने के बाद भी बिजली की चोरी जस की तस

BAREILLY:

पीएम नरेंद्र मोदी का वर्ष 2022 तक हर घर को रोशन करने का सपना है। सपने को साकार करने के लिए सौभाग्य योजना के अंतर्गत दिसम्बर 2017 से निशुल्क बिजली कनेक्शन बांटे जा रहे हैं। ताकि, बिजली की चोरी रुके और हर घर से अंधेरा मिटे। लेकिन जिले में इसका विपरीत असर दिख रहा है। योजना में लोगों के घरों से अंधेरा तो मिट रहा है, लेकिन चोरी की बिजली से। जी हां, योजना के तहत अभी तक 28 हजार से अधिक लोगों को निशुल्क कनेक्शन दिए जा चुके हैं। मगर बिजली की चोरी जस की तस बनी हुई है। जिससे अधिकारियों की टेंशन कम होने की बजाय और बढ़ गई है।

24 फीसदी बिजली चोरी

मीटर बाईपास, कटिया मार कर बिजली की चोरी धड़ल्ले से हो रही है। यही कारण है कि जिले में रोजाना सप्लाई हो रही करीब 400 मेगावॉट बिजली का 24 फीसदी हिस्सा चोरी हो रही है। जबकि, सौभाग्य योजना के तहत बांटे गए 28 हजार से अधिक बिजली कनेक्शन के पहले भी 24 फीसदी के आसपास ही लाइन लॉस हो रहा था। ऐसे में साफ है कि बिजली कनेक्शन बांटने के बाद भी विभाग को कोई खास फायदा नहीं हुआ। जबकि, गरीबों को निशुल्क और बाकी लोगों को योजना के अंतर्गत 500 रुपए शुल्क लेकर बिजली कनेक्शन बांटे जा रहे हैं। 500 रुपए एक मुश्त न देकर 50 रुपए महीने के हिसाब से किश्त भी देने की सुविधा है।

इन एरिया में चोरी

- कुतुबखाना, आलमगिरी गंज, बड़ा बाजार, नॉवेल्टी बस स्टेशन के सामने, जगतपुर, संजय नगर, श्यामगंज, कटरा चांद खां, कोहाड़ापीर सहित अन्य एरिया। वहीं जिले के हर गांवों में बिजली की चोरी धड़ल्ले से हो रही है।

इन शर्तो पर दिए जा रहे हैं निशुल्क बिजली कनेक्शन

1- ऐसे परिवार जिसके पास कोई बसेरा न हो।

2- ऐसा निराश्रित परिवार जो भिक्षा व दान पर निर्भर हो।

3- ऐसा परिवार जिसके सदस्य कूड़ा-करकट में से सामान बीनता हो।

4- पुरातन जनजाति समूह।

5- बंधुआ मजदूरी से कानून के अनुसार मुक्त कराए गए परिवार।

6- ऐसे आवास धारक जिनके पास कच्ची दीवार व छतयुक्त एक कमरा हो।

7- ऐसे परिवार जिसमें 16 से 59 वर्ष की आयु का कोई वयस्क न हो।

8- ऐसे परिवार जिनकी मुखिया महिला हो तथा 16 से 59 वर्ष की आयु का कोई वयस्क पुरूष न हो।

9- ऐसे परिवार जिसमें कोई दिव्यांग सदस्य हो तथा कोई स्वस्थ वयस्क सदस्य न हो।

10- अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति।

11-ऐसे परिवार जिसमें 25 वर्ष से ऊपर की आयु का कोई शिक्षित वयस्क सदस्य न हो।

12- ऐसे भूमिहीन परिवार जो अपना जीवन यापन हस्त मजदूरी से करते हैं।

बरेली क्षेत्र में बांटे गए कनेक्शन

- 22, 000 बिजली कनेक्शन सौभाग्य योजना के अंतर्गत।

- 6080 बिजली कनेक्शन ग्राम स्वराज योजना के अंतर्गत।

एक नजर शहर पर

- 1.74 लाख बिजली उपभोक्ता।

- 250 मेगावॉट बिजली डेली सप्लाई होती है।

- 60 हजार बिजली उपभोक्ता हैं डिफॉल्टर।

- 50 करोड़ रुपए का बिल हर महीने होता है जनेरट।

- 40 करोड़ रुपए राजस्व हर महीने होता है प्राप्त।

- 24 फीसदी हिस्सा बिजली सप्लाई का चोरी हो जाता है।

निशुल्क बिजली कनेक्शन बांटे जाने के बाद भी बिजली की चोरी नहीं रुक रही है। जबकि, विभाग लगातार प्रयासरत है कि लोग कनेक्शन लेकर लीगल तरीके से बिजली का इस्तेमाल करें।

अंशुल अग्रवाल, चीफ इंजीनियर, बिजली विभाग