न दाखिला दिलाया और न ही रुपये वापस किया। आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने दर्ज की एफआईआर।


lucknow@inext.co.inLUCKNOW : एमबीबीएस में दाखिले के नाम पर एक छात्र से दस लाख रुपए की ठगी की गई। सरकारी या प्राइवेट कॉलेज में दाखिले के नाम पर 10 लाख की चेक एडवांस में ली गई और खाते में लगाकर उसे कैश भी करा लिया गया। इसके बाद जब एडमिशन नहीं हुआ तो पैसा वापस मांगने पर छात्र के परिजनों संग मारपीट कर उन्हें धमकी दी गई। छात्र की मां की तहरीर पर गाजीपुर पुलिस ने मामले की एफआईआर दर्ज की है।एडमिशन का दिया झांसा


पीजीआई के बुद्घपुरम् हैबतमऊ निवासी धीरेंद्र प्रताप सिंह का बेटा अजीत गाजीपुर के लेखराज मार्केट के पास कोचिंग पढ़ता था। उसने सीपीएमटी और एआईएमपीटी की परीक्षा दी। उसका सलेक्शन एमबीबीएस में नहीं हुआ। अजीत की कोचिंग के बाहर अनिल यादव से मुलाकात हुई। अनिल ने उसे सरकारी या किसी प्राइवेट कॉलेज में एडमिशन का आश्वासन दिया। इस पर अजीत के परिजन अनिल से मिलने सहारा शॉपिंग सेंटर में उसके ऑफिस आए। लिया 10 लाख का चेक

अजीत को एमबीबीएस में दाखिला दिलाने के नाम पर जालसाज ने उसके परिजनों से 10 लाख रुपये का चेक बतौर सिक्योरिटी ले लिया और बताया कि दाखिला होने के बाद चेक कैश कराया जाएगा। अजीत के दाखिले के बिना ही आरोपियों ने चेक बैंक में लगाकर कैश करा लिया। इस पर अजीज के परिजनों ने आपत्ति जता चेक वापस करने की बात कही। पैसे मांगने पर धमकीअजीत का एमबीबीएस में एडमिशन नहीं हुआ तो परिजनों ने आरोपी से 10 लाख रुपए वापस मांगे, लेकिन काफी समय गुजर जाने के बाद भी उन्हें पैसे नहीं मिले। कुछ माह पहले परिजन अनिल के ऑफिस पहुंचे और पैसे वापस मांगे तो अनिल ने साथियों के साथ उनसे मारपीट की और जान से मारने की धमकी भी दी।मां ने कराई रिपोर्टअजीत की मां मीरा सिंह ने इस मामले में गाजीपुर थाने में अनिल कुमार यादव, आकाश, अंकित और अविनाश के खिलाफ धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई है।

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Posted By: Mukul Kumar