10 करोड़ के वीसी बंगले को नहीं मिल रहे खरीदार
शताब्दीनगर में 4660 वर्ग मीटर में बन रहा था 25 कमरे वाला बंगला
पूर्व वीसी राजेश कुमार ने दिया था 6.95 करोड़ का टेंडर, अब रुका काम अपर आयुक्त कर रहे हैं धन के दुरुपयोग की जांच, बेचा जाएगा ढांचा Meerut। राजसी ठाट-बाट का अहसास करना हो तो मेरठ विकास प्राधिकरण के वीसी के लिए प्रस्तावित आवास काफी है। शताब्दीनगर सेक्टर 2 में 4660 वर्ग मीटर में 25 कमरों के इस बंगले में तमाम सुविधाओं की प्लानिंग है। पूर्व वीसी राजेश कुमार की कल्पनाओं के इस महल का काम रोका जा चुका है। कमिश्नर डॉ। प्रभात कुमार ने जनता के धन के दुरुपयोग पर जांच बैठा दी है और बन चुके निर्माण को बेचकर धन की रिकवरी की कोशिश की जा रही है। 2015 में टेंडर5 मई 2015 को एमडीए बोर्ड की अनुमति से पूर्व वीसी राजेश कुमार ने इस बंगले को टेंडर छोड़ा। कीमत रही, 6.95 करोड़ रुपये। टेंडर कार्तिक बिल्डर्स प्राइवेट लिमिटेड को दिया गया था। उसे बंगले का निर्माण नवंबर 2016 तक पूरा करना था।
4 करोड़ खर्चवन विभाग की जमीन के बीच नापजोख के बाद निकली 4660 वर्ग मीटर जमीन। यह भी दे दी गई। निर्माण शुरू हुआ। अभी तक 4 करोड़ रुपये एमडीए ने इस पर खर्च कर दिए हैं।
2016 में रुका काम मार्च 2016 में एमडीए के तत्कालीन वीसी योगेंद्र यादव ने इस निर्माण को बेहद भव्य और अनावश्यक पाते हुए रुकवा दिया था। योगेंद्र यादव ने इसे सरकारी धन का दुरुपयोग मानते हुए टेंडर कैंसिल कराया और बोर्ड बैठक में इसकी बिक्री की भी मंजूरी ली। 10 करोड़ कीमत इस बंगले की मौजूदा कीमत 10.61 करोड़ आंकी गई है। जमीन की मौजूदा कीमत वर्तमान में करीब पांच करोड़ रुपये है। बैठाई जांच कमिश्नर डॉ। प्रभात कुमार ने सरकारी धन के दुरुपयोग की जांच दो अपर आयुक्त को सौंप दी है। नहीं मिल रहा खरीदार इस आधी-अधूरी इमारत की बिक्री के लिए प्राधिकरण ने पिछले दिनों मार्च में नीलामी प्रक्रिया आयोजित की थी। दिल्ली-एनसीआर में भी प्रचार-प्रसार किया था किंतु कोई ग्राहक नहीं मिला। सूत्रों ने बताया कि जल्द ही हर मंगलवार को इस निर्माण की नीलामी के लिए बोली लगेगी। खासियतेंदो मंजिले इस बंगले में मुख्य इमारत के दाई ओर गेटमैन क्वॉर्टर से सटकर सर्वेट क्वॉर्टर बनाए गए हैं। उससे सटे भव्य गेस्ट रूम हैं। स्वीमिंग पूल, आलीशान लॉन, होम थियेटर के अलावा खेलने-कूदने की खूब जगह है। एंटरटेनमेंट जोन अलग है। वीसी का कैंप कार्यालय बड़े कमरे में है तो अलग से मीटिंग हॉल भी है। इस तरह बंगले में करीब 25 कमरे बनाए जाने थे।
फैक्ट एंड फिगर कवर्ड एरिया : 16500 वर्ग मीटर बिल्ट अप ग्राउंड फ्लोर एरिया : 5000 वर्ग मीटर सेकंड फ्लोर बिल्ट अप एरिया : 4100 वर्ग मीटर गेस्ट रूम एरिया : 1600 वर्ग मीटर मनोरंजन संबंधित क्षेत्र एरिया : 900 वर्ग मीटर सर्वेट रूम एरिया : 800 वर्ग मीटर एमडीए के वीसी के रहने के लिए इतने बड़े आवास की जरूरत नहीं है। इसलिए इस निर्माण की बिक्री का प्रयास प्राधिकरण कर रहा है। हालांकि गत दिनों में नीलामी के दौरान खरीदार नहीं आए थे। साहब सिंह, वीसी, एमडीए