-गंभीर अपराध की शिकार हैं ये लड़कियां, दहेज हत्या से लेकर गैंगरेप तक

-समाज की मुख्य धारा से जोड़ने केलिए पीडि़तों के एकाउंट में 3 से 7 लाख तक भेजी गई धनराशि

VARANASI : गंभीर अपराध की शिकार बनारस की दस लड़कियों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए सरकार ने एक नायाब कदम उठाया है। जिला संचालन समिति की सिफारिश पर इन लड़कियों को 'रानी लक्ष्मीबाई' बनाया है। इसमें शामिल महिलाओं और बालिकाओं को तीन लाख, पांच लाख, सात लाख की आर्थिक सहायता दी गयी है। इसके अलावा चिकित्सा और शिक्षा उपलब्ध कराकर इन्हें उबारने का प्रयास किया गया है।

 

एक एसिड अटैक की पीडि़ता

रानी लक्ष्मीबाई महिला एवं बाल सम्मान कोष के तहत वित्तीय वर्ष 2018-19 में दिसम्बर तक धारा-4 पास्को में पांच पीडि़त नाबालिगों के खाते में तीन-तीन लाख, धारा-304 बी दहेज हत्या में तीन आश्रित परिवारों के खाते में तीन-तीन लाख, धारा-326 ए एसिड अटैक की एक पीडि़ता के खाते में पांच लाख, धारा-376 डी गैंगरेप की शिकार पीडि़ता के खाते में सात लाख रुपए पीएफएमएस के माध्यम से पहुंच गया है। हालांकि संबंधित धारा में अधिकतम तीन से दस लाख तक धनराशि देने का प्रावधान है।

 

रानी लक्ष्मीबाई बनने की प्रक्रिया

जिला प्रोबेशन अधिकारी पीके त्रिपाठी बताते हैं कि रानी लक्ष्मीबाई बनाने की प्रक्रिया पारदर्शी है। मुकदमा दर्ज होने के बाद नोडल पुलिस अधिकारी द्वारा इस सम्मान के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू होती है। इसके बाद नोडल मेडिकल अधिकारी की जांच के बाद फाइल जिला संचालन समिति के पास आती है। विभिन्न अफसरों के मंथन के बाद सीधे शासन की राज्य अनुश्रवण समिति को भेजी जाती है। अंतिम फैसला वहीं होता है। आर्थिक मदद भी वहीं तय होता है। इसके बाद पीडि़ता द्वारा उपलब्ध बैंक एकाउंट, नाम, पता आदि जानकारी की जांच हमारे विभाग में होता है। फिर दो बार में पैसा संबंधित के खाते में पीएफएमएस के माध्यम से चला जाता है।

Posted By: Inextlive