RANCHI : पुलिस ने नाबालिग चोर गिरोह के दस सदस्यों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। पकड़े गए चोरों की उम्र 12 से 16 साल के बीच है। दरअसल, यह गिरोह डोरंडा थाना क्षेत्र में कई दिनों से चोरी की वारदातों को अंजाम देता आ रहा था। इनके निशाने पर वैसे घर होते थे जो बंद रहते थे। इसके अलावा कुछ सरकारी स्कूलों में भी चोरी की घटना को यह गिरोह अंजाम दे चुका था। पुलिस इनसे पूछताछ कर रही है, ताकि चोरी के कई मामलों में अहम खुलासे हो सके।

सीसीटीवी फुटेज से खुलासा

पुलिस ने जब इस चोरी की घटनाओं की तफ्तीश शुरू की तो उन्हें इलाके के कुछ सीसीटीवी फुटेज हाथ लगे जो हैरान करने वाले थे। फुटेज में चोरी करने वाले सभी चोर काफी कम उम्र के नजर आ रहे थे। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने एक नाबालिग को डोरंडा इलाके से धर दबोचा। पूछताछ में उसने अपने कई साथियों के नाम बताए। जिसके बाद पुलिस की टीम ने रांची के अलग-अलग इलाकों में छापेमारी की और 10 नाबालिग को गिरफ्तार कर लिया।

नशे के चाहिए तीन सौ रुपए

पकड़े गए नाबालिगों ने बताया कि वह नशे के लिए चोरी की वारदात को अंजाम देते हैं। सभी इस कदर नशे के आदी हैं कि बिना नशा लिए वह पागलों की तरह व्यवहार करने लगते हैं। पुलिस का कहना है कि एक नाबालिग को एक दिन में नशा करने के लिए 300 रुपये की जरूरत होती है इसके लिए वे किसी भी तरह की चोरी की वारदात को अंजाम देने के लिए तैयार रहते हैं।

पहले भी पकड़े जा चुके हैं कई नाबालिग

हटिया डीएसपी विनोद रवानी ने बताया कि पकड़े गए नाबालिगों में से कई पहले भी बाल सुधार गृह जा चुके हैं। बाल सुधार गृह से छूटने के बाद वह दोबारा चोरी के धंधे में लग जाते हैं। गिरफ्तार चोरों के पास से हाल के दिनों में एक स्कूल से की गई चोरी के कई सामान बरामद किए गए हैं। इसके अलावा रांची के विभिन्न इलाकों से चोरी किए गए बर्तन, कंप्यूटर, लैपटॉप, घड़ी जैसे सामान बरामद किए गए हैं।

Posted By: Inextlive