15 दिन खिसका मंदिरों का विकास
कुंभ मेला में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए 12 द्वादश माधव मंदिरों का कराया जा रहा जीर्णोद्धार
prayagraj@inext.co.in PRAYAGRAJ: संगम की रेती पर ढाई महीने बाद कुंभ मेला का आयोजन होने जा रहा है। इसमें देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए इलाहाबाद में स्थित द्वादश माधव मंदिरों के जीर्णोद्धार का कार्य अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की पहल पर पर्यटन विभाग के द्वारा कराया जा रहा है। खास बात ये है कि इन मंदिरों में से एक प्रमुख मंदिर अनंत माधव संगम में विलुप्त होने की वजह से जीर्णोद्धार की प्रक्रिया में पंद्रह दिनों के लिए आगे ले जाना पड़ा है। अरैल में लगेगा सिर्फ साइनेजप्रयाग के बारह द्वादश मंदिरों के जीर्णोद्धार के अन्तर्गत मंदिर के आसपास बैठने के लिए बेंच की व्यवस्था, लाइटिंग की व्यवस्था, पेयजल की सुविधा व साइनेज लगाने की योजना बनाई गई थी। इसके लिए सितम्बर के अंतिम सप्ताह से कार्य शुरू कराया गया था लेकिन पर्यटन विभाग के अधिकारियों ने जब पड़ताल की तो पता चला कि अनंत माधव का अस्तित्व संगम में समा गया है। इसलिए विभाग की ओर से अरैल घाट के पास सूचक के तौर पर मंदिर का साइनेज लगाने का निर्णय लिया गया है।
यह है द्वादश माधव मंदिर -श्री त्रिवेणी माधव-श्री वेणी माधव
-श्री असि माधव
-श्री मनोहर माधव -श्री अनंत माधव -श्री संकष्टहर माधव -श्री पद्म माधव -श्री गदा माधव -श्री आदि माधव -श्री चक्र माधव -श्री शंख माधव -श्री बिंदु माधव महत्वपूर्ण तथ्य - इनमें से ग्यारह माधव मंदिरों में जीर्णोद्धार का कार्य पंद्रह नवम्बर तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। - अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की पहल पर जीर्णोद्धार के साथ इन मंदिरों की परिक्रमा का भी शुभारंभ किया जा चुका है। - पर्यटन विभाग की ओर से पर्यटकों को मंदिरों तक पहुंचाने के लिए गाइड की सहायता भी प्रदान की जाएगी। प्रयाग के धार्मिक महत्व के स्थलों में द्वादश माधव मंदिरों के जीर्णोद्धार का कार्य पंद्रह दिनों के भीतर पूरा करा लिया जाएगा। एक मंदिर का अस्तित्व संगम में समा गया है। इसलिए वहां साइनेज की व्यवस्था की जाएगी। अनुपम श्रीवास्तव, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी