12 हुए स्वाइन फ्लू के मरीज
- 2 मरीजों की पुष्टि जांच में बुधवार को हुई
- 12 स्वाइन फ्लू के केस मिलने से शहर में अलर्ट - स्वास्थ्य विभाग के दावों की लापरवाही की खुली पोल मेरठ। शहर में बीते एक महीने में 12 स्वाइन फ्लू के मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। जबकि एक महिला की मौत भी हो चुकी है। बावजूद इसके, स्वास्थ्य विभाग अलर्ट में भी पूरी तरह से एक्टिव नहीं है। अस्पतालों में एडमिट सामान्य बुखार के मरीजों की जांच करवाने की जहमत तक नहीं उठाई जा रही है। दो नए मरीजों की पुष्टिमेरठ में स्वाइन फ्लू के मरीजों की संख्या 10 से बढ़कर 12 हो गई है। बुधवार को मेडिकल कॉलेज की जांच रिपोर्ट में दोनों मरीजों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि की गई। इनमें एक मरीज डिफेंस कॉलोनी का निवासी है जिसे दिल्ली रेफर कर दिया गया। जबकि अन्य मरीज पुलिस स्ट्रीट सदर की निवासी है जिसे मेरठ के ही निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। विभाग की ओर से दोनों इलाकों में गुरूवार को चिकित्सा कैंप लगाकर जांच की जाएगी।
नहीं हैं पूरा स्टॉकस्वास्थ्य विभाग के अफसर स्वाइन फ्लू से निपटने को लेकर तमाम दावे करते हैं.लेकिन सरकारी अस्पतालों तक में स्वाइन फ्लू की दवा का अभी तक भी पूरा स्टॉक नहीं आया है। यही नहीें, विभाग के पास पूरी जांच किट व मास्क भी नहीं हैं। स्कूली बच्चों को लेकर भी स्वास्थ्य विभाग कुछ खास संजीदगी नहीं दिखा रहा है। सरकारी अस्पतालों में अभी तक फीवर हेल्प डेस्क तक नहीं बनाया गया है।
यह बरतें सावधानी -यदि आपके इलाके में स्वाइन फ्लू फैला है तो स्टैंडर्ड मास्क (एच-95) पहनकर ही घर से बाहर निकलें। -पुष्टि के बाद मरीज से पांच फिट की दूरी बनाएं -मरीज को अलग कमरें में रखें। -भीड़-भाड़ वाले स्थान पर न निकलें -मास्क लगाएं और हाथ न मिलाएं -सर्दी-जुखाम व बुखार आने पर बिना डॉक्टरी सलाह पर दवाएं न लें -खानपान में सावधानी बरतें लक्ष्ण -स्वाइन फ्लू की आशंका पर जांच कराएं -जुखाम के साथ नाक से पानी आना -गले में खराश -आंखे लाल होना -बुखार आना -सांस लेने में तकलीफ -कमजोरी और थकान महसूस होना। वर्जन हमने पूरी तैयारी कर ली हैं। दवाएं मंगवा ली गई हैं। भीड़भाड़ वाले स्थानों पर सावधान रहने की जरूरत है। रेलवे स्टेशन, बस अड्डा व पब्लिक कनेक्टिवटी वाले स्थानों पर संक्रमण के ज्यादा चांसेज होते हैं। डॉ.राजकुमार, सीएमओ, मेरठ