13 डिस्ट्रिक्ट्स के 13 डेस्टीनेशन तय
-दून में लाखामंडल, चंपावत में देवीधुरा व चमोली में भराड़ीसैंण शामिल
- चिरबटिया, मोस्टामानू, टिहरी झील और द्रोण सागर भी शामिल देहरादून, प्रदेश सरकार ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए टूरिस्ट डेस्टीनेशन को विकसित करने पर पुरजोर कोशिशें शुरू कर दी हैं। इसके लिए पर्यटन निदेशालय से हर जिले के लिए 50-50 लाख रुपए अवमुक्त भी कर दिए गए हैं। 13 डिस्ट्रिक्ट 13 डेस्टीनेशन के तहत साढ़े करोड़ रुपए जारी कर दिए हैं। बताया जा रहा है कि इन नए डेस्टीनेशन को डेवलप करने के लिए काम शुरु करने के भी आदेश जारी कर दिए गए हैं। केंद्र से ली जाएगी मददप्रदेश सरकार ने पर्यटकों को आकर्षित करने के अलावा पलायन पर रोक लगाने के लिए हर जिले में एक डेस्टीनेशन को विकसित करने का फैसला लिया है। इसके लिए जिलों से फेमस व अटैक्ट डेस्टीनेशन के नाम मांगे गए थे। इसी क्रम में सभी जिलों से 13 नाम पर्यटन निदेशालय को मिल चुके हैं। बताया गया है कि निदेशालय का नाम मिलने के बाद अब सरकार ने हर जिले को 50 लाख रुपए की धनराशि भी अवमुक्त कर दी है।
दून में लाखामंडलदून में लाखामंडल को शामिल किया गया है, जिसे महाभारत सर्किट के तौर पर विकसित किए जाने की बात कही जा रही है। हालांकि इसमें करोड़ों की लागत आने की उम्मीद जताई जा रही है। ऐसे ही दूसरे जिलों में भी जिस प्रकार से डेस्टीनेशन विकसित किए जाने पर सरकार की योजना है, उसमें करोड़ों खर्च का अनुमान है। इसके लिए राज्य सरकार अब केंद्र से इनको डेवलेप करने के लिए बजट की मांग करने की भी तैयारी कर रही है।
ये हैं 13 डेस्टीनेशन -देहरादून --लाखामंडल -नैनीताल--मुक्तेश्वर। -अल्मोड़ा--सूर्य कटारमल मंदिर। -चमोली--गैरसैंण भराड़ीसैंण। -हरिद्वार--भगवती 52 शक्तिपीठ -उत्तरकाशी--मोरी-हर की-दून पार्क -रुद्रप्रयाग--चिरबटिया। -बागेश्वर --गरुड़वैली। -चंपावत--देवीधुरा। -पौड़ी--सतपुली खैरासैंण। -ऊधमसिंहनगर--द्रोण सागर झील। -पिथौरागढ़--मोस्टामानू। -टिहरी--टिहरी झील। टिहरी झील में वाटर स्पोर्ट्स टिहरी झील को भी विकसित किए जाने की योजना है, जहां सालभर वाटर स्पोर्ट्स को बढ़ावा देने के साथ ही स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलने की उम्मीद है। इसी प्रकार से चमोली के गैरसैंण भराड़ीसैंण, जहां विधान भवन बनकर तैयार है। वहां भी खूबसूरती को देखते हुए विकसित करने की तैयारी है। पौड़ी में सतपुली पहले ही कुदरत के नायाब खूबसूरती से भरपूर है। लेकिन यहां पर्यटन की सुविधाएं बढ़ाने के लिए विकसित किया जाएगा।