नमामि गंगे योजना से मेरठ में बनेगा 150 एमएलडी का एसटीपी
केंद्रीय सचिव के निरीक्षण के बाद गति पकड़ेगी योजना
600 करोड़ की लागत से ओडियन नाले पर बनेगा एसटीपी Meerut। केंद्र सरकार की नमामि गंगे योजना के तहत मेरठ में 150 मिलियन लीटर पर डे (एमएलडी) की क्षमता का एक सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) बनेगा। ओडियन नाले पर कमालपुर के समीप करीब 600 करोड़ की लागत से इस एसटीपी का निर्माण होगा। बीते शनिवार को ओडियन नाले के निरीक्षण के बाद मिनिस्ट्री ऑफ वाटर रिसोर्सेस के सचिव यूपी सिंह के यह बात साफ कर दी। केंद्र सरकार में है डीपीआरजल निगम के अधिशासी अभियंता मुन्ना सिंह ने बताया कि मेरठ के सर्वाधिक लंबे ओडियन नाले के गंदे पानी को ट्रीट करने के लिए कमालपुर के समीप करीब 600 करोड़ की लागत से 150 एमएलडी के एक एसटीपी का निर्माण किया जाएगा। इस एसटीपी का निर्माण नमामि गंगे योजना के तहत किया जाएगा। वहीं उन्होंने बताया कि एसटीपी की डीपीआर मंजूरी के लिए केंद्र सरकार के मिनिस्ट्री ऑफ वाटर रीसोर्सेस, रिवर डेवलेपमेंट एंड गंगा रिनोवेशन में है। केंद्रीय सचिव का दौरा भी मेरठ के इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट की मंजूरी की दिशा में बेहद महत्वपूर्ण रहा। केंद्रीय सचिव ने ओडियन नाले का निरीक्षण करने के साथ-साथ एसटीपी के निर्माण स्थल को भी देखा।
एमएलई टेक्नोलॉजी से बनेगा एसटीपी
अधिशासी अभियंता ने बताया कि यह एसटीपी अत्याधुनिक मॉडीफाइड ल्युडजैक इथिंगर (एमएलई) टेक्नोलॉजी से लैस होगा। इस टेक्नोलॉजी से अनट्रीटेड वाटर से नाइट्रोजन को अलग किया जाएगा और जिससे ट्रीटेड वाटर नाइट्रोजन फ्री होगा और इसमें डिजाल्व्ड ऑक्सीजन (डीओ) की मात्रा अपेक्षाकृत अधिक होगी। एसटीपी का निर्माण हाइब्रिड एन्यूटी मॉडल के तहत किया जाएगा। कार्यदायी संस्था को केंद्र सरकार लागत का 40 प्रतिशत योजना के कमीशन होने तक देगी जबकि बाकी की 60 प्रतिशत अगली 15 वर्षो तक किश्तों में देगी। काली नदी (ईस्ट) में गिर रहे ओडियन नाला, आबूनाला 1 और आबूनाला 2 को टैप करने की योजना को नमामि गंगे में शामिल किया गया है और इसी दिशा में ओडियन नाले पर इस एसटीपी का निर्माण किया जा रहा है।