इकोनॉमी को पटरी पर वापस लाने के लिए गवर्नमेंट अगले छह महीनों में 150000 करोड़ रुपए के प्रोजेक्‍ट्स शुरू कर सकती है. इन प्रोजेक्‍ट्स की पहचान पीएमओ ने प्‍लानिंग कमीशन की मदद से की है. यह रेलवे एक्‍सप्रेसवे पोर्ट एयरपोर्ट पॉवर व ट्रांसमिशन से जुड़े हुए हैं. बहरहाल यह 12वें फाइव ईयर प्‍लान में प्रस्‍तावित 55 लाख करोड़ रुपए का दस परसेंट भी नहीं है.


जिन प्रोजेक्ट की पहचान की गई है उनमें 30,000 करोड़ रुपए के खर्च से मुंबई एलीवेटेड रेल कॉरीडोर, 5,000 करोड़ रुपए के खर्च से दो लोकोमोटिव इंजिन फैक्टरियां, 10,000 करोड़ रुपए के खर्च से ईस्टर्न फ्रेट कॉरीडोर, 25,000 करोड़ रुपए के खर्च से एक्सप्रेसवे, 20,000 करोड़ रुपए के खर्च से दो एयरपोर्ट, 10,000 करोड़ रुपए के खर्च से दो पोर्ट और 40,000 करोड़ रुपए के पॉवर एंड ट्रांसमिशन प्रोजेक्ट शामिल हैं. गवर्नमेंट को उम्मीद है कि यह प्रोजेक्ट तय समय सीमा में पूरे हो जाएंगे.
योजना के मुताबिक दो नए इंटरनेशनल एयरपोर्ट भुवनेश्वर और इंफाल में बनेंगे, साथ ही 50 नए लो कॉस्ट स्मॉल एयरपोर्ट भी डेवलप करने की तैयारी है. इसके अलावा आठ नए ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट भी पाइपलाइन में हैं जो नवी मुंबई, जुहू, गोवा, कन्नूर, पुणे, श्रीपेरम्बुदूर, बेल्लारी और रायगढ़ में डेवलप किए जाने हैं. दो नए पोर्ट प्रोजेक्ट वेस्ट बंगाल में सागर और दुर्गराजत्तनम में प्रस्तावित हैं.

Posted By: Satyendra Kumar Singh