18 student came with bonafide message
आतंकवाद का पड़ रहा बुरा असर आतंकवादी घटनाएं जम्मू कश्मीर के यूथ पर बुरा असर डाल रही है। वे राह भटक रहे है। इसी को देखते हुए इंडियन आर्मी ने सद्भावना मिशन संचालित किया हुआ है, जिसके तहत यूथ जेनरेशन को इंडिया डेवलपमेंट के साथ सेना के बारे में बताया गया। ताकि वे देश के साथ कंधे से कंधा मिलाकर दुश्मनों का सामना करने में सेना की मदद कर सके। मिशन के तहत जम्मू कश्मीर के कई स्कूल्स से चयनित 18 बच्चे पिछले 21 अक्टूबर से कैप्टन विक्टर भट्टाचार्य व दो अन्य टीचर्स के साथ भ्रमण पर निकले हुए है। बच्चे जम्मू से अंबाला और फिर वहां से फ्राइडे मॉर्निंग को दून पहुंचे। यूथ के लिए भी काम करती है सेना
सभी बच्चे तीन दिन तक दून में स्टे करेंगे। इस दौरान वे इंडियन मिलिट्र्ी एकेडमी, इंडियन फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट के साथ हिल क्वीन मसूरी का भ्रमण करेंगे और फिर नैनीताल के रवाना हो जाएंगे। गढ़ी कैंट स्थित 127 ईको टास्क फोर्स के कार्यालय पहुंचे बच्चों ने सेना के जवानों से बातचीत की। सीओ कर्नल कुलजीत सिंह जग्गी ने बच्चों को सेना की एक्टिविटी के बारे में बताया। बच्चों ने भी उनसे खुलकर कई सवाल भी पूछे। कर्नल कुलजीत सिंह जग्गी ने कहा कि इंडिया का यूथ राह से न भटके इसलिए भी सेना काम करती है। सद्भावना मिशन इसका उदाहरण है। मिशन के तहत हर साल जम्मू कश्मीर के बच्चों को इंडिया के कई हिस्सों का भ्रमण कराया जाता है। इसके पीछे का उद्देश्य बच्चों को इंडिया का डेवलेपमेंट दिखाने के साथ सेना की एक्टिविटी को बताना होता है।