800 करोड़ हाउस टैक्स पर कुंडली मारे बैठे 2 लाख भवन स्वामी
5 लाख 38 हजार भवन स्वामी शहर में
2 लाख लोगों पर 800 करोड़ टैक्स बाकी 5 साल से टैक्स जमा नहीं किया 170 लाख के सरकारी विभागों पर 35 लाख जमा हुए बैंड-बाजा अभियान में 56 करोड़ जमा हुए ओटीएस स्कीम में - 800 करोड़ हाउस टैक्स बाकी है 2 लाख भवन स्वामियों पर - निगम ने टैक्स वसूलने को लेकर कई बार किया असफल प्रयास - ओटीएस से भी मिली निराशा, अब बैंड बाजे से टैक्स वसूली की उम्मीद abhishekmishra@inext.co.inLUCKNOW: एक तरफ सभी को उम्मीद रहती है कि उनके घर के सामने डेली झाड़ू लगे, कूड़ा उठे, नालियां साफ हों और रात में एलईडी लाइट जगमगाएं। वहीं जब बात हाउस टैक्स जमा करने की आती है तो 40 से 45 फीसदी लोग बैकफुट पर आ जाते हैं। इसका नतीजा है कि लाखों लोगों पर 800 करोड़ रुपये टैक्स बाकी है। अगर यह टैक्स निगम के कोष में जमा हो जाए तो निश्चित रूप से शहर में विकास की अमिट रेखा खींची जा सकती है।
2 लाख भवन स्वामीहाल में ही नगर निगम की ओर से हर जोन की हर एक गली में ऐसे मकान मालिकों का सर्वे कराया गया था, जिन्होंने तीन साल से अधिक समय से हाउस टैक्स नहीं दिया था। सभी आठ जोन में सर्वे पूरा होने के बाद चौंकाने वाला सच सामने आया। रिपोर्ट से स्पष्ट हुआ कि शहर में करीब दो लाख लोगों ने कई सालों से हाउस टैक्स नहीं जमा किया है।
800 करोड़ टैक्स बाकी सर्वे के बाद तैयार रिपोर्ट से यह साफ हो गया है कि कितने लोगों ने टैक्स नहीं जमा किया है और कुल कितना टैक्स बाकी है। हालांकि इस बकाया राशि में 15 फीसद सरकारी और अर्द्ध सरकारी ऑफिस और आवास हैं। ओटीएस से उम्मीद अधिक से अधिक हाउस टैक्स जमा हो, इसके लिए शासन की ओर से ओटीएस स्कीम (वन टाइम सेटलमेंट) लाई गई। शुरुआती माह में तो स्कीम में लोगों ने खासा टैक्स जमा किया लेकिन जैसे-जैसे वक्त गुजरा, जमा होने वाली राशि में साठ फीसदी तक की गिरावट आ गई। इसके बाद भी ओटीएस की समयावधि 30 जून तक बढ़ाई गई। फिलहाल इस स्कीम के अंतर्गत सिर्फ 56 करोड़ रुपये ही टैक्स के रूप में निगम के कोष में जमा हुए। प्रचार प्रसार की कमीहालांकि ओटीएस को लेकर बहुत प्रचार प्रसार नहीं किया गया, जिससे भी कहीं न कहीं जमा हुए टैक्स का आंकड़ा कम रहा। वहीं निगम प्रशासन का दावा है कि सभी जोन में प्रचार प्रसार कराया गया था।
बाक्स अब बैंड बाजे का सहारा निगम प्रशासन की ओर से अधिक से अधिक टैक्स वसूलने के लिए बकाएदारों के घरों या कॉम्प्लैक्स के सामने बैंड-बाजा बजवाना शुरू किया गया है। इसके सार्थक परिणाम भी सामने आने लगे हैं लेकिन सही तस्वीर एक से दो माह बाद साफ हो सकेगी। बैंड बाजा अभियान के अंतर्गत अभी तक 35 लाख रुपये निगम के कोष में जमा हुए हैं। बाक्स बस सकती 25 हजार की आबादी अगर निगम के कोष में 800 करोड़ रुपये जमा हो जाएं तो शहर में विकास को रफ्तार तो मिलेगी ही साथ में एक ऐसी हाईटेक कॉलोनी भी विकसित की जा सकती है, जिसकी आबादी 25 से 30 हजार होगी। बाक्स हो सकते हैं ये काम - सड़कों का मेंटीनेंस व निर्माण - पार्को का सौंदर्यीकरण - नाले-नालियों का निर्माण - हाईटेक सफाई उपकरणों की खरीदी वर्जन करीब दो लाख लोगों पर 800 करोड़ रुपये हाउस टैक्स बाकी है। टैक्स वसूली के लिए नोटिस जारी करने के साथ ही सभी बकाएदारों के घरों के बाहर बैंड बाजा भी बजवाया जाएगा। इस बाबत निर्देश दिए जा चुके हैं। डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी, नगर आयुक्त