रणवीर सेना प्रमुख ब्रह्मेश्वर सिंह मुखिया की हत्या की गुत्थी सुलझाते हुए बिहार एसआईटी की टीम जमशेदपुर तक पहुंच गई.

रणवीर सेना प्रमुख ब्रह्मेश्वर सिंह मुखिया की हत्या की गुत्थी सुलझाते हुए बिहार एसआईटी की टीम जमशेदपुर तक पहुंच गई। एसआईटी की टीम ने हत्याकांड में मिले सुराग के आधार पर बिष्टुपुर थाना के कांट्रेक्टर एरिया में रोड नंबर 3 स्थित बीएस टावर में छापेमारी की। टीम वहां से मोनू उर्फ रितेश नामक युवक को अरेस्ट कर अपने साथ बिहार ले गई।


जेडी (यू) एमएलए सुनील पांडेय का सहयोगी है रितेश

बिहार पुलिस के स्पेशल इनक्वायरी टीम (एसआईटी) ने रणवीर सेना के मुखिया ब्रह्मेश्वर सिंह मुखिया की हत्या के मामले में मोनू उर्फ रितेश को ट्यूजडे की नाइट अरेस्ट किया और अपने साथ लेकर चली गई। इंफॉर्मेशन के मुताबिक रितेश को बिहार के सत्ताधारी दल जनता दल (यूनाइटेड) के एक एमएलए सुनील पांडे का सहयोगी व करीबी बताया जा रहा है।

मानी जा रही बड़ी उपलब्धि
इस अरेस्टिंग को ब्रह्मेश्वर सिंह मुखिया हत्याकांड में बिहार पुलिस की एक बड़ी एचिवमेंट बतायी जा रही है। इस मामले में दो दिन पहले पुलिस ने भोजपुर के कुछ गांव से सात लोगों को अरेस्ट किया था। हालांकि सिटी पुलिस इस मामले में कोई भी जानकारी होने या देने से इंकार कर रही है। क्रिमिनल से पॉलिटिशयन बने सुनील पांडेय को ब्रह्मेश्वर हत्याकांड के साजिशकर्ता के रूप में सामने पेश किया जा रहा है। हालांकि पुलिस ने उसके खिलाफ नेम्ड एफआईआर नहीं किया है। सुनील पांडे को पटना में एक न्यूरोसर्जन के किडनैपिंग के मामले में आरोप साबित होने के बाद उम्र कैद की सजा सुनाई गई थी।

वाइफ व बच्चे के साथ रहता था रितेश
रितेश के पिता मनोज सिंह बिहार में रहते हैैं और गांव के मुखिया हैं। बिहार के भोजपुर डिस्ट्रिक्ट के कुरमुरी गांव निवासी रितेश पिछले लगभग एक साल से सिटी के बिष्टुपुर स्थित बीएस टावर के थर्ड फ्लोर स्थित फ्लैट नंबर डी-3 में अपनी वाइफ व छोटे बच्चे के साथ रह रहा था। इंफार्मेशन के मुताबिक कुछ साल पहले उसकी आदित्यपुर में ही शादी हुई थी। पिछले 28 मई को उसके गांव जाने की भी सूचना थी और हाल ही में वह वापस लौटा था।


घर से बाहर बहुत कम निकलता था
उसके बारे में मिली इंफॉर्मेशन के मुताबिक वह ज्यादा टाइम अपने घर पर ही रहता था यानी घर से बाहर बहुत कम निकलता था। वह क्या करता था, इसके बारे में स्थानीय लोगों को कोई खास जानकारी नहीं है। हालांकि यह पता चला है कि वह सूद-ब्याज का कारोबार करता था।
पड़ोसी किसी जानकारी से कर रहे इंकार
एसआईटी द्वारा अरेस्ट किए गए मोनू उर्फ रितेश के पड़ोसी भी मामले में कुछ कहने से इंकार कर रहे हैैं। मोनू जिस डी-3 फ्लैट में किराए पर रहता था, उससे सटा ही सी-3 फ्लैट है। कई बार डोर बेल बजाने व दरवाजा नॉक करने के बाद गेट नहीं खोला गया। बाद में एक व्यक्ति ने गेट खोला व कहा कि उसे मामले की कोई जानकारी नहीं है।

दो बाइक है रितेश के पास

मोनू उर्फ रितेश के पास दो बाइक है। इनमें एक बजाज की पल्सर व दूसरी हीरो होंडा की स्पलेंडर बाइक है.  पल्सर बाइक की हालत देखकर लगता है कि वो पल्सर बाइक का ज्यादा यूज करता था जबकि हीरो होंडा बाइक को देखने से लगता है कि उसका यूज बहुत कम किया जाता था.मोनू उर्फ रितेश का बड़ा भाई भी झारखंड में ही है। वह रांची में रहता है और वहीं सर्विस करता है।

पहुंचे थे सात अधिकारी
बीएस टावर के सिक्योरिटी गार्ड मंदिरा पात्रो ने बताया कि उसे मामले की कोई खास जानकारी तो नहीं है, लेकिन इतना पता है कि रात में लगभग 7 लोग आए थे। इनमें कुछ पुलिस की वर्दी में थे, तो कुछ सादे लिबास में। वे लोग मोनू को लेकर नीचे उतरे व गाड़ी में बैठाकर अपने साथ ले गए।


 घर में लगा है ताला
ट्यूजडे की नाइट एसआईटी की टीम द्वारा मोनू उर्फ रितेश की अरेस्टिंग के बाद वेडनसडे की मॉर्निंग उसकी वाइफ अपने बच्चे को लेकर कहीं चली गई। वह कहां गई, इसके बारे में किसी को कोई जानकारी नहीं है। रितेश के फ्लैट में अब ताला लटका हुआ है।

इस मामले में किसी को अरेस्ट किया गया है, इसकी मुझे कोई जानकारी नहीं है।
अखिलेश झा
एसएसपी, ईस्ट सिंहभूम
बिहार पुलिस ने एक युवक को अरेस्ट किया है। उसे पूछताछ के लिए शक के आधार पर अरेस्ट किया गया है। इस मामले में मुझे इससे ज्यादा जानकारी नहीं है।
अरुण कुमार राय
इंस्पेक्टर, बिष्टुपुर थाना

Posted By: Inextlive