-माघी पूर्णिमा के स्नान के बाद रवाना हुआ कल्पवासियों का जत्था.

20 करोड़ 54 लाख श्रद्धालुओं ने मकर संक्रांति से माघी पूर्णिमा तक किया स्नान

01.25 करोड़ लोगों ने किया माघी पूर्णिमा पर किया स्नान

40 घाटों पर स्नानार्थियों के लिए किए गए थे समुचित इंतजाम

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PRAYAGRAJ: यूनेस्को द्वारा प्रयाग कुंभ को अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर की सूची में शामिल किए जाने के बाद आयोजित कुंभ मेला में पुण्य की डुबकी लगाने का रिकॉर्ड बन गया। पहले शाही स्नान पर्व मकर संक्रांति से लेकर माघी पूर्णिमा के स्नान पर्व तक 20 करोड़ 54 लाख श्रद्धालुओं ने कुंभ में स्नान किया। कुंभ मेला के अंतिम प्रमुख स्नान पर्व माघी पूर्णिमा के अवसर पर सवा करोड़ श्रद्धालुओं ने पुण्य की डुबकी लगाई।

पूरा हुआ कल्पवास

-धर्म-अध्यात्म की नगरी कुंभ क्षेत्र में माघी पूर्णिमा पर कल्पवासियों का एक माह का कल्पवास पूरा हो गया।

-संगम सहित अन्य घाटों पर स्नान व दान-दक्षिणा के बाद कल्पवासियों ने दंडी स्वामी नगर, आचार्य बाड़ा व खाकचौक सहित अन्य सेक्टरों के अपने शिविरों में जौ व तुलसी का बिरवा छिड़का।

-शिविरों में पूर्णिमा के अवसर पर भगवान सत्य नारायण की कथा और शैय्या दान के साथ-साथ जय गंगा मइया, जय यमुना मइया जय त्रिवेणी मइया का जयकारा गूंजता रहा।

-कल्पवासियों ने चला चली की बेला में एक-दूसरे को गले लगाकर विदाई दी।

-दोपहर एक बजे के बाद अपने-अपने शिविरों से निकलकर मेला एरिया के पांटून पुलों से वाहनों से कल्पवासियों का समूह गंतव्य की ओर निकलने लगा।

सुरक्षा के थे पुख्ता इंतजाम

सवा करोड़ ने लगाई पुण्य की डुबकी
मंगलवार को पुष्प नक्षत्र के शुभ मुहूर्त में भोर से लेकर देर शाम तक दूरदराज के क्षेत्रों से पहुंचे श्रद्धालुओं ने संगम नोज पहुंचकर स्नान-दान कर पुण्य बटोरा। मेलाधिकारी विजय किरण आनंद ने दावा किया कि सोमवार को दोपहर बाद से लेकर मंगलवार को पूर्णिमा की पुण्य बेला में आठ किमी के दायरे में संगम नोज सहित 40 से अधिक घाटों 1.25 करोड़ श्रद्धालुओं ने स्नान किया। प्रत्येक स्नान घाट पर पुख्ता सुरक्षा बंदोबस्त की वजह से श्रद्धालुओं को दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ा।

 

 

Posted By: Inextlive