ALLAHABAD: सिविल सर्विसेज 2017 में एक बार फिर इलाहाबाद का परचम लहराया है। शुक्रवार को आए यूपीएससी के सिविल सर्विसेस के अंतिम परिणाम में सरायममरेज थानाक्षेत्र के दसेर गांव तहसील हंडिया के रहने वाले अनुभव सिंह को 08वीं रैंक हासिल हुई है। गांव में प्राइमरी स्कूल से पढ़ाई की शुरुआत करने वाले अनुभव ने अपनी शानदार सफलता का श्रेय अपने दादाजी को दिया है। अनुभव को इससे पहले 2016 के परिणाम में भी 683 रैंक मिली थी। तब उन्हें भारतीय राजस्व सेवा में असिस्टेंट कमिश्नर इनकम टैक्स का पद हासिल हुआ था। किसान परिवार में जन्में अनुभव एक भाई एक बहन हैं। उनकी मां सुषमा सिंह इंटर कॉलेज में गवर्नमेंट इम्पलाई हैं।

सिविल सर्विसेस 2017 के परिणाम में इलाहाबादी मेधा की धमक

इससे पहले

-2016 सिविल सर्विसेस के फाइनल रिजल्ट में सौम्या पांडेय को मिला था चौथा स्थान

-इससे पहले 2009 के परीक्षा परिणाम में ईवा सहाय को मिला था तीसरा स्थान

सिविल सर्विसेस 2017 के फाइनल रिजल्ट में भले ही इलाहाबाद को उंगलियों पर गिनने लायक सफलता मिली हो। लेकिन प्रयाग की माटी की सोंधी महक परीक्षा परिणाम में जरूर महसूस की जा सकती है। शुक्रवार को आए यूपीएससी के सिविल सर्विसेस के अंतिम परिणाम में सरायममरेज थानाक्षेत्र के दसेर गांव तहसील हंडिया के रहने वाले अनुभव सिंह को 08वीं रैंक हासिल हुई है।

2016 परीक्षा में मिली थी 683 रैंक

सिविल सर्विसेस 2017 के परिणाम में 08वीं रैंक पाने वाले अनुभव को इससे पहले 2016 के परिणाम में भी 683 रैंक मिली थी। तब उन्हें भारतीय राजस्व सेवा में असिस्टेंट कमिश्नर इनकम टैक्स का पद हासिल हुआ था। किसान परिवार में जन्में अनुभव एक भाई एक बहन हैं। उनकी मां सुषमा सिंह इंटर कॉलेज में गवर्नमेंट इम्पलाई हैं। अपेक्षित सफलता हासिल करने वाले अनुभव के गांव में यह खबर फैलते ही खुशी की लहर दौड़ गई।

गांव के हैं तो क्या हुआ

अनुभव ने दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट से बातचीत में बताया कि उन्होंने प्राथमिक विद्यालय से 08वीं तक की पढ़ाई की। फिर कक्षा 09 से 12 तक की पढ़ाई बीबीएस इंटर कॉलेज से की। इसके बाद उन्होंने आईआईटी रुड़की से वर्ष 2015 में बीटेक किया। सभी में उनका ओवरऑल फ‌र्स्ट डिवीजन रहा। अनुभव ने बताया कि वे गांव के भले ही हों। लेकिन उनके बाबा पारसनाथ सिंह वाइस प्रिंसिपल थे। उनकी प्रेरणा से ही वे आज इस मुकाम तक पहुंचे हैं। उनको हाईस्कूल में 70 फीसदी, इंटर में 85 फीसदी और बीटेक में 77 फीसदी अंक मिले थे।

प्राइमरी टीचर से सीधे आईएएस

करेली गौसनगर निवासी सीरत फातिमा ने सिविल सर्विसेज में 810वीं रैंक प्राप्त की। सीरत वर्तमान में कौडि़हार ब्लॉक स्थित प्राइमरी स्कूल नुमाया डाई में प्राथमिक शिक्षिका पद पर कार्यरत हैं। इन्होंने चौथे प्रयास में सफलता हासिल की है। वह बताती हैं जब मैं 21 साल की हुई तभी सिविल सर्विसेज में चयन की तैयारी शुरू की। चार माह पूर्व ही इनकी शादी हाईकोर्ट में समीक्षा अधिकारी अदिल शमीम के साथ हुयी है। गणित विषय के साथ बीएससी इलाहाबाद विवि से पूरी की।

जितेन्द्र प्रताप सिंह

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से पढ़ाई करने वाले जितेन्द्र प्रताप सिंह को 530वीं रैंक हासिल हुई है। जितेन्द्र पीसीबी हॉस्टल के पूर्व अंत:वासी हैं।

Posted By: Inextlive