- अगले आठ वर्षो में 222 सीएनजी खोलने की तैयारी

- 22 नवंबर से काम की होगी शुरुआत

- राजधानी में अगले साल एक दर्जन नए सेंटर खुलेंगे

LUCKNOW:

प्रदूषण से निपटने के लिए प्रदेश भर में सीएनजी (कम्प्रेस नेचुरल गैस) और पीएनजी (पाइप्ड नेचुरल गैस) का जाल बिछाए जाने की तैयारी है। सीएनजी से चलने वाले वाहनों को लेकर लोग लंबी दूरी का सफर भी कर सके इसके लिए तैयारियां की जा रही हैं। अगले आठ वर्षो में प्रदेश में 222 सीएनजी रिफिलिंग स्टेशन खोले जाएंगे। इसके साथ ही अगले आठ सालों में प्रदेश में सात लाख अस्सी हजार घरों में पीएनजी कनेक्शन दिए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। 22 नवम्बर से इस लक्ष्य को पाने के लिए काम शुरू हो जाएगा। यह जानकारी मंगलवार को सिटी गैस वितरण योजना की जानकारी देते हुए इंडियन ऑयल के स्टेट कोर्ऑीनेटर एके गंजू ने कही। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 22 नवंबर को इसकी शुरुआत कर रहे हैं।

लंबी यात्रा में होगा फायदा

एके गंजू ने बताया कि यूपीएसआरटीसी के साथ कोऑर्डिनेशन किया जा रहा है जिससे उनकी बसें भी लंबी दूरी की यात्रा सीएनजी से पूरी कर सके। उन्नाव, रायबरेली, फैजाबाद और सुलतानपुर सहित प्रदेश के 26 शहरों में सीएनजी और पीएनजी की पाइप लाइन बिछाई जाएंगी। अगले पांच वर्षो में नौ क्षेत्रों में 2700 करोड़ का निवेश किया जाएगा। योजना से लगभग ढाई हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा।

लखनऊ में खुलेंगे 12 नये सेंटर

ग्रीन गैस लिमिटेड के डायरेक्टर जिलेदार ने बताया कि शहर में भी सीएनजी की किल्लत काफी हद तक खत्म हो चुकी है। इस समय 23 में से 19 जगहों से सीएनजी की आपूर्ति की जा रही है। चार सीएनजी रिफिलिंग सेंटर पेट्रोल पंपों पर हुई छापेमारी के दौरान बंद हो गए। अगले साल लखनऊ में 12 नए सीएनजी रिफिलिंग सेंटर खोले जाने की तैयारी है। इसमें भी दुबग्गा की तरफ सबसे बड़ा मदर प्लांट स्टेशन बनाया जाएगा।

-----

कहां कितने खुलेंगे सेंटर

उन्नाव -2, फैजाबाद-सुलतानपुर-4, अमेठी-प्रतापगढ़-रायबरेली-20, प्रयागराज- भदोही-कौशांबी- 24, औरेया-कानपुर देहात-इटावा-27, मुरादाबाद क्षेत्र -27, गोरखपुर-संतकबीरनगर-कुशीनगर-36, मेरठ-मुजफ्फरनगर-शामली-36

बुलंदशहर-अलीगढ़-हाथरस-46

यहां मौजूद हैं रिफिलिंग सेंटर

लखनऊ, कानपुर, सहारनपुर, बागपत, गाजियाबाद, बरेली, मेरठ सिटी, मथुरा सिटी, फीरोजाबाद, वाराणसी नगर, झांसी और नोएडा।

Posted By: Inextlive