मेयर कैंप कार्यालय और वाणिज्य कार्यालय पर बिजली का बकाया

अगर एक सप्ताह में नही हुआ भुगतान तो कटेगी बिजली

Meerut। शहर को स्वच्छ करने का दावा करने वाले नगर निगम के पास भले ही लाखों करोड़ों रुपए की कूड़ा गाडि़यों और सफाई मशीनें खरीदने का पैसा हो, लेकिन हकीकत में निगम के पास खुद बिजली का बिल चुकाने का पैसा नही है। हालत यह है कि बिजली विभाग का करीब 27 लाख रुपए निगम पर बकाया है, लेकिन निगम बिल का भुगतान नहीं कर रहा। अब बिजली विभाग ने निगम को नोटिस जारी कर सात दिन के अंदर भुगतान का आदेश दिया है।

उधार की बिजली

बिजली विभाग की मानें तो शहर की प्रथम नागरिक यानि मेयर सुनीता वर्मा का कैंप कार्यालय पिछले करीब डेढ़ साल से उधार की बिजली पर चल रहा है। अकेले कैंप कार्यालय पर बिजली विभाग का करीब 7,19,033.00 का बिल बकाया है। पांच किलो वॉट के घरेलू कनेक्शन पर डेढ़ साल से अधिक समय से उधार की बिजली का इस्तेमाल किया जा रहा है।

कार्यशाला पर बकाया

वहीं सूरजकुंड स्थित निगम कार्यशाला पर करीब दो साल से अधिक समय से 20,42,024.00 का बिजली बिल बकाया चल रहा है। यह बिल चुकाए बिना निगम द्वारा कार्यशाला में कामर्शियल बिजली का उपयोग किया जा रहा है। अब बिजली विभाग ने अपने इस बिल की वसूली के लिए नोटिस जारी किया है।

8 दिन में कटेगी बिजली

बिल जमा न होने पर बिजली वितरण खंड तृतीय द्वारा मंगलवार को बिजली बिल बकाये के संबंध में अपर मुख्य नगर अधिकारी को नोटिस जारी कर 26 दिसंबर तक बिल जमा करने को कहा गया है। इस नोटिस में साफ कहा गया है कि यह 26 तक बिल जमा नहीं हुआ तो मेयर कैंप और कार्यशाला की बिजली काट दी जाएगी।

साल भर से निगम को इस बिल के लिए रिमाइंडर कराया जा रहा है। लेकिन बिल जमा नही किया जा रहा है। इसलिए अब भुगतान के लिए अंतिम नोटिस जारी किया गया है।

संजय शर्मा, ईएक्सईएन डिवीजन थर्ड

जानकारी में नही है यदि बिजली बिल बकाया है तो वह जमा क्यों नही किया गया इसकी जानकारी लेकन बिल जमा कराया जाएगा।

सुनीता वर्मा, मेयर

Posted By: Inextlive