RANCHI : वेडनसडे को शब-ए-कद्र की रात है. माह-ए-रमजान की यह सबसे खास रात होती है. शब-ए-कद्र की रात जो खुदा की इबादत करते हैैं उन्हें एक रात की इबादत के बदले 30 हजार रातों के बराबर की इबादत का शवाब अल्लाह देते हैैं. रांची ईदगाह के इमाम मौलाना असगर मिसबाही ने बताया कि रमजान-उल-मुबारक की 29 वीं रात शब-ए-कद्र की रात के तौर पर जानी जाती है. इसके अगले दिन जो सूरज निकलता है उसकी चमक थोड़ी फीकी होती है.


थर्सडे को देखें चांद मौलाना असगर मिसबाही  के मुताबिक, आठ अगस्त को चांद देखने का हुक्म है। थर्सडे को रमजान की 29 वीं तारीख है। अगर इस रात चांद नजर आ जाता है तो जुमा के दिन ईद मनाई जाएगी। अगर इस दिन चांद नहीं दिखता है तो सैटरडे को ईद होगी। इधर, एदारा-ए-शरिया के नाजिम-ए-आला मौलाना कुतुबुद्दीन रिजवी ने भी तमाम मुसलमानों से थर्डसे की नाइट चांद देखने का आग्र्रह किया है।

सदका-ए-फित्र अदा करेंइमारत -ए -शरिया ने ईद की नमाज से पहले सदका-ए-फित्र अदा करने का आग्रह सभी मुसलमानों से किया है। इसबार सदका-ए-फित्र 24 रुपए फिक्स्ड किए गए हैैं। काजी मुफ्ती अनवर कासमी ने कहा कि जो गेहूं अदा करना चाहते हैं, वे 1.691 केजी गेहूं दे सकते हैं। इधर, एदार- ए-शरिया झारखंड ने सदका- ए- फित्र 45 रुपए फिक्स्ड की है।

Posted By: Inextlive