इलाहाबाद विश्वविद्यालय की शिक्षक भर्ती पर रोक, 30000 छात्र-छात्राओं पर पड़ेगा असर
prayagraj@inext.co.in
PRAYAGRAJ: मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा इलाहाबाद विश्वविद्यालय की शिक्षक भर्ती पर रोक लगाए जाने के बाद गुरुवार को विश्वविद्यालय शिक्षक संघ की आपात बैठक बुलाई गई. शिक्षकों ने मंत्रालय द्वारा विश्वविद्यालय में चल रही शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया को जांच के नाम पर स्थगित करने के निर्देश पर मंथन किया. शिक्षकों ने भर्ती प्रक्रिया स्थगित किए जाने के बाद 30000 छात्र-छात्राओं के शैक्षणिक कार्य पर सीधा असर पड़ने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया. ्रसंघ के प्रतिनिधिमंडल ने मानव संसाधन विकास मंत्री से मिलकर उन्हें वर्तमान शैक्षिक परिस्थितियों से अवगत कराने का भी निर्णय लिया है.
5500 नए छात्र-छात्राएं इस साल
अध्यक्ष प्रो. राम सेवक दुबे ने बताया कि शिक्षकों के अभाव में पठन-पाठन प्रभावित हो रहा है. विश्वविद्यालय में 25 हजार पुराने अध्ययन कर रहे हैं. नए शैक्षिक सत्र में साढ़े पांच हजार छात्र-छात्राओं का दाखिला होना है. एक दर्जन शिक्षकों का रिटायरमेंट इसी वर्ष हो जाएगा. ऐसी परिस्थिति में भर्ती प्रक्रिया को रोकने से शिक्षण कार्य प्रभावित हो जाएगा.
- स्नातक व परास्नातक सहित अन्य कोर्सो में वर्तमान समय में 25 हजार छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं.
- नए शैक्षिक सत्र में साढ़े पांच हजार छात्र-छात्राओं को दाखिल किया जाएगा.- नहीं बनी बात तो विजिटर से करेंगे मुलाकातबैठक में एक सप्ताह के भीतर मानव संसाधन विकास मंत्री से मिलने का निर्णय लिया गया. संघ के महामंत्री प्रो. शिव मोहन प्रसाद ने बताया कि यदि मंत्री ने मिलने का समय नहीं मिला तो इस प्रकरण के समाधान के लिए यूनिवर्सिटी के विजिटर व प्रेसीडेंट रामनाथ कोविद से मिलकर स्थिति से अवगत कराते हुए समाधान की मांग की जाएगी. बैठक में प्रो. आरके आनंद, प्रो. एआर सिद्दीकी, प्रो. रामेन्द्र कुमार सिंह, प्रो. धनंजय यादव, प्रो. हर्ष कुमार, प्रो. आशीष सक्सेना, डॉ. राकेश सिंह आदि मौजूद रहे.संघ की आमसभा का आयोजन जुलाई के पहले सप्ताह में किया जाएगा. समस्या का समाधान नहीं निकलता है तो हाई कोर्ट जाने के लिए संघ के पदाधिकारियों से विचार विमर्श किया जाएगा.-प्रो. राम सेवक दुबे, अध्यक्ष इलाहाबाद विश्वविद्यालय शिक्षक संघ