पुखरायां और गजनेर के चार बेरोजगारों के साथ ठगी की वारदात हुई। आरोपी ठग गुंजन विहार निवासी है सोमदत्त प्लाजा में उनका ऑफिस था...

KANPUR : शहर में सरकारी नौकरी के नाम पर ठगी का सिलसिला थम नहीं रहा है। पुलिस अभी पुराने मामलों को खोल भी नहीं पाई है कि चार बेरोजगारों से 32 लाख की ठगी का एक और मामला सामने आ गया। चारों बेरोजगार तीन साल से थाने से लेकर पुलिस अफसरों के ऑफिस भटक रहे थे। उनकी शिकायत पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी।

नौकरी की तलाश कर रहे थे
पुखरायां निवासी बृजेश और उनके साथी गजनेर के सत्यजीत, संदीप कुमार व दिलीप कुमार बेरोजगार हैं। चारों नौकरी की तलाश कर रहे थे कि इसी बीच 2016 में गांव के चंद्रप्रकाश उर्फ सीपी ने गुंजन विहार निवासी विजय वर्मा से उनकी मुलाकात कराई। विजय का सोमदत्त प्लाजा में बजरंगबली कंसलटेंसी नाम से ऑफिस था। विजय ने चारों को 10-10 लाख रुपये देने पर कृषि विभाग में नौकरी लगवाने का झांसा दिया। चारों विजय के झांसे में फंस गए और उन लोगों ने 32 लाख रुपये विजय को दे दिए। चारों ने कुछ पैसा कैश में दिया, जबकि कुछ पैसा अलग अलग एकाउंट में ट्रांसफर किया था। इसके बाद विजय ने चारों का लखनऊ में इंटरव्यू करवाकर फर्जी ज्वाइनिंग लेटर थमा दिया। वे लेटर लेकर नौकरी ज्वाइन करने पहुंचे, तब उनको ठगी का पता चला। इसके बाद चारों ने विजय से तगादा किया तो विजय उनको टहलाने लगा। चारों ने पुलिस से शिकायत की धमकी दी तो विजय ने उनको पैसे वापस करने का भरोसा दिया। इसके बाद भी विजय ने उनको पैसे वापस नहीं किए। चारों ने एसएसपी से शिकायत की। उनके आदेश पर कोतवाली थाने में विजय, उसके पिता भागीरथ, साथी चंद्रप्रकाश के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी।

Posted By: Inextlive