- 35 लाख का फिर बढ़ा बोझ

- सीवर कनैक्टिविटी के लिए फिर तोड़ी गई रोड

- नगर आयुक्त के निरीक्षण के बाद हरकत में आया जल निगम

- जहां सीवर नहीं वहां भी भेजे जा रहे बिल, लोग परेशान

AGRA। जल निगम की लचर कार्यप्रणाली की वजह से एक ही रोड को तीसरा बार बनवाया जा रहा है। जिसमें कोई छोटा खर्चा नहीं पूरे फ्भ् लाख रुपए तीसरी बार बर्बाद होंगे। यह रोड है हरीपर्वत स्थित एमडी जैन इंटर कॉलेज के सामने वाली रोड। रोड बनाने से पहले अंडरग्राउंड सीवर कनैक्टिविटी नहीं करने की वजह से इसको दोबारा से बनवाया जाएगा। इसी के चलते ट्यूजडे को नगर आयुक्त के निरीक्षण के बाद रोड तोड़ दी गई।

तोड़ दी रोड

एमडी जैन इंटर कॉलेज के सामने वाली रोड पिछले एक साल में दो बार बन चुकी है। अधिकारियों की लापरवाही की वजह से पहली बार जब रोड बनी तो सीवर को नहीं जोड़ा इस वजह से रोड को तोड़ना पड़ा। जब रोड दूसरी बार बनी तो सीवर को नाली से कनेक्ट कर दिया जिसके चलते ओवरफ्लो जैसी प्रॉब्लम से लोगों को दो-चार होना पड़ा। इस वजह से रोड को फिर से बनाया जाएगा। नगर आयुक्त इन्द्र विक्रम सिंह के निरीक्षण के बाद जल निगम की टीम ने ट्यूजडे को रोड तोड़ दी।

'आई नेक्स्ट' ने पहले ही चेताया था

जल निगम की कार्यप्रणाली को दर्शाते हुए 'आई नेक्स्ट' ने पूर्व में आला अधिकारियों को चेताया था। रिपोर्ट में यह भी बताया गया था कि जल निगम ने रोड बनाने के दौरान सीवर की कनैक्टिविटी नहीं की जिसके चलते सीवर ओवरफ्लो कर रहे हैं।

खोद डाली गई रोड

नगर आयुक्त ने सीवर की प्रॉब्लम को सॉल्व करने के लिए मंडे को मौके पर जाकर निरीक्षण किया था, जिसमें जल निगम के अधिकारियों को रोड तोड़कर सीवर की कनैक्टिविटी करने के आदेश दिए, नगर आयुक्त के निर्देशन के बाद जल निगम के आला अधिकारियों ने आनन-फानन में रोड तोड़ डाली और सीवर की कनैक्टिविटी का काम भी शुरू करवा दिया।

सीवर नहीं फिर भी भेज रहे बिल

नगर निगम द्वारा ऐसे लोगों को भी बिल भेजे जा रहे हैं जिनके आस-पास सीवर की लाइन तो डाल दी गई है लेकिन अभी तक उसे चालू नहीं कराया जा सका है। इसके बाद भी उन्हें लगातार बिल भेजे जा रहे हैं।

हर रोज आ रही कंप्लेन

नगर निगम के अंदर हर रोज सीवर टैक्स की कंपलेन लोगों के द्वारा की जा रही हैं। मंडे को आवास विकास सेक्टर क्भ् निवासी रामस्वरूप ने अपर नगर आयुक्त से कंप्लेन की कि सीवर चालू नहीं किया गया और टैक्स की मांग की जा रही है।

'संजय प्लेस में सीवर की कनेक्टिविटी न होने के कारण सीवर ओवरफ्लो होने की कंप्लेन आ रही थी, जिस पर जल निगम के आला अधिकारियों को चेताया गया था, उन्हें दो अप्रैल तक का समय दिया गया है.'

इन्द्र विक्रम सिंह, नगर आयुक्त

'रोड बना दी गई थी और सीवर की कनैक्टिविटी नहीं की जा सकी थी, नगर आयुक्त के निर्देशन के उपरांत रोड तोड़कर सीवर कनैक्टिविटी का काम करवाया जा रहा है.'

संजय राघव, ठेकेदार जल निगम

Posted By: Inextlive