शहर से उठा 3500 मीट्रिक टन कूड़ा, जगमग हो सकते थे 2500 घर
- दिवाली के आसपास दो दिन शहर से कलेक्ट किया गया कूड़ा
- बिजली प्लांट होता तो दो हजार घरों में जल सकती थी बिजली abhishekmishra@inext.co.in LUCKNOW दीपावली के आसपास शहर से जितनी मात्रा में कूड़ा कलेक्ट किया गया है, उससे आप यह जानकर हैरान हो जाएंगे कि अगर शहर में कूड़े से बिजली बनाने वाला प्लांट होता तो करीब दो हजार से अधिक घरों में बिजली जल सकती थी। फिलहाल तो कूड़े के ढेरों को शिवरी प्लांट भेज दिया गया है, जहां उसका निस्तारण किया जा रहा है। दो दिन में 3500 मीट्रिक टननिगम से मिली जानकारी के अनुसार, दीपावली के आसपास शहर के सभी इलाकों से करीब 3500 मीट्रिक टन कूड़ा कलेक्ट किया गया। यह कूड़ा निगम की टीमों और ईकोग्रीन कंपनी के कर्मचारियों की ओर से कलेक्ट किया गया है। निगम प्रशासन की ओर से पहले से ही दीपावली पर कूड़ा कलेक्ट करने के लिए विशेष प्रबंध किए गए थे। जिसका असर भी देखने को मिला।
हाउस वेस्ट अधिकनिगम व ईकोग्रीन कर्मचारियों की ओर से जो कूड़ा कलेक्ट किया गया है, उसमें सर्वाधिक हाउस वेस्ट है। जिसमें सबसे अधिक पुराने रजाई गड्डा, बेडशीट, घरेलू बेकार सामान आदि शामिल हैं। अच्छी बात यह है कि जो भी कूड़ा कलेक्ट किया गया है, उसे आसानी से डिस्पोज किया जा सकता है और ऐसा किया भी जा रहा है।
70 मीट्रिक टन से 1 मेगावाट 70 मीट्रिक टन कूड़े से करीब एक मेगावाट बिजली बनाई जा सकती है। अब अगर इस आंकड़े को 3500 मीट्रिक टन से जोड़कर देखें तो आंकड़ा करीब 5 मेगावाट बिजली पैदा होने के करीब पहुंच जाता है। एक मेगावाट में करीब 1 हजार किलोवाट का आंकड़ा होता है। अगर एक घर का औसतन लोड दो किलोवाट माना जाए तो औसतन 2500 घरों की बिजली जल सकती है। अगर एक घर का औसतन लोड तीन किलोवाट मान लिया जाए तो करीब 1666 घर रोशन हो सकते हैं। वहीं अगर एक घर का औसतन लोड चार किलोवाट माना जाए तो 1250 घर रोशन हो सकते हैं। इस तरह समझें 3500 मीट्रिक टन कूड़ा उठा 70 मीट्रिक टन से एक मेगावाट बिजली बनती है 5 मेगावाट बिजली बनेगी कुल उठाए गए कूड़े से 1 मेगावाट में 1 हजार किलोवाट होता है 5 मेगावाट में 5 हजार किलोवाट लोड होगा 2 किलोवाट एक घर का लोड तो 2500 घर होंगे रोशन 3 किलोवाट एक घर का लोड तो 1666 घर होंगे रोशन4 किलोवाट एक घर का लोड तो 1250 घर होंगे रोशन
जोनल अधिकारियों की ड्यूटी
दीपावली के मद्देनजर निगम प्रशासन की ओर से कूड़ा उठान को लेकर व्यापक रणनीति बनाई गई थी। नगर आयुक्त के निर्देश पर सभी जोनल अधिकारी व सफाई पर्यवेक्षक कूड़ा उठान व्यवस्था की मॉनीटरिंग कर रहे थे। इसके साथ ही ईकोग्रीन कंपनी के कर्मचारियों को भी खास निर्देश दिए गए थे। दीपावली के आसपास शहर से कुल 3500 मीट्रिक टन कूड़ा कलेक्ट किया गया है। शिवरी प्लांट में कूड़े का निस्तारण जारी है। डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी, नगर आयुक्त