351.18 करोड़ रुपये के प्रस्ताव जिला योजना के समक्ष रखे गए थे 2017-18 में

378.97 करोड़ रुपये की योजना को मंजूरी मिली है 2018-19 में

27.79 करोड़ रुपये की इस बार की गई वृद्धि

34.99 फीसदी धनराशि ही विभागों ने खर्च की पिछले वित्तीय वर्ष में

119.94 करोड़ रुपये गत वित्तीय वर्ष में विभागों द्वारा खर्च किया गया।

प्रभारी मंत्री एवं कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने की घोषणा

बचत भवन सभागार में 2018-19 की जिला योजना की बैठक संपन्न

Meerut। प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य/प्रभारी मंत्री (जिला योजना) सिद्धार्थनाथ सिंह ने वित्तीय वर्ष 2018-19 की 378.97 करोड़ रुपये की जिला योजना को मंजूरी दे दी है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे कर्तव्यों का ईमानदारी से निर्वहन करें। बिना भेदभाव के पात्रों को योजनाओं का लाभ दिया जाए।

प्रभारी मंत्री ने कसे पेंच

बचत भवन सभागार में शुक्रवार को बैठक में प्रभारी मंत्री ने अफसरों को निर्देश दिए कि सरकार की प्राथमिकता के कार्यो को लगातार किया जाए। जनपद के भू-माफिया, अवैध निर्माण, अतिक्रमण, अवैध कटान के विरुद्ध लगातार कार्रवाई करें। पिछले दिनों विभिन्न अभियानों में लापरवाही पर उन्होंने अफसरों के पेंच कसे। एंटी रोमियो अभियान को जारी रखने के आदेश मंत्री ने एसएसपी राजेश कुमार पाण्डेय को दिए।

गन्ना किसानों का हुआ भुगतान

वर्ष 2017-18 में 119 लाख टन गन्ना उत्पादन हुआ है जबकि गत वर्ष में 88 लाख टन गन्ना उत्पादन हुआ था। बताया कि सरकार के प्रयास से चीनी मिलों द्वारा गत 2014 से 2017 तक का 10 हजार 500 करोड़ का भुगतान कराया गया है। इस वर्ष का 21 हजार 800 करोड़ रुपये का भुगतान अब तक गन्ना किसानों को किया गया है।

जनप्रतिनिधियों ने रखी समस्याएं

बैठक में जनप्रतिनिधियों ने समस्याओं को रखा। प्रभारी मंत्री ने आगामी कांवड़ यात्रा की तैयारी के निर्देश अफसरों को दिए तो वहीं यात्रा की संवेदनशीलता को ध्यान में रखने हुए एसएसपी को सभी खुफिया विभागों को सक्रिय के निर्देश दिए।

किसको क्या मिला?

प्राथमिक शिक्षा-36.73 करोड़

माध्यमिक शिक्षा-27.35 करोड़

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं-6.34 करोड़

परिवार कल्याण-85.20 करोड़

प्रावधिक शिक्षा-2.43 करोड़

शिल्पकार प्रशिक्षण (आईटीआई)-3.26 करोड़

नगर विकास (पेयजल)-1.93 करोड़

कृषि विभाग-30 लाख

गन्ना विभाग-16.62 करोड़

निजी लघु सिंचाई विभाग-4.80 करोड़

राजकीय लघु सिंचाई-5.64 करोड़

पशुपालन विभाग-4.95 करोड़

दुग्ध विकास विभाग-7.07 करोड़

वन विभाग-2.58 करोड़

पंचायती राज-8.05 करोड़

नेडा-35.50 लाख

सड़क एवं पुल निर्माण-92.37 करोड़

पर्यटन विभाग-80 लाख

ग्रामीण आवास योजना-7.50 करोड़

अल्पसंख्यक कल्याण-5.85 लाख

समाज कल्याण विभाग-1.06 करोड़

वृद्धावस्था/पारिवारिक पेंशन-5.50 करोड़

दिव्यांग कल्याण-1.03 करोड़

महिला एवं बाल कल्याण-1.39 करोड़

ग्राम विकास विभाग (ग्रामीण पेयजल) 26.87 करोड़

अनुसूचित जाति कल्याण-5.66 करोड़

पिछड़ी जाति कल्याण-68.49 लाख

ये रहे मौजूद

बैठक में सांसद राजेन्द्र अग्रवाल, राज्यसभा सदस्य विजयपाल तोमर, विधायक संगीत सोम, सत्यप्रकाश अग्रवाल, रफीक अंसारी, एमएलसी डॉ। सरोजनी अग्रवाल, सीएमओ राज कुमार, वीसी एमडीए साहब सिंह, नगर आयुक्त मनोज चौहान, डीएम अनिल ढींगरा, सीडीओ आर्यका अखौरी आदि सहित जिला योजना समिति के सदस्य मौजूद थे।

अव्यवस्थाएं देख बिफरे हेल्थ मिनिस्टर

प्रभारी मंत्री ने किया जिला महिला अस्पताल का औचक निरीक्षण

जिला महिला अस्पताल के वार्डो में लगेंगे एसी व कूलर

प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री और जनपद प्रभारी मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने शुक्रवार को जिला महिला अस्पताल का औचक निरीक्षण कर अस्पताल की चिकित्सा व्यवस्था का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान मंत्री ने महिला मरीजों से बातचीत कर अस्पताल में मिल रही चिकित्सीय सुविधाओं की जानकारी भी ली और अस्पताल में अव्यवस्थाओं को सुधारने के लिए फटकार भी लगाई।

वार्डो में गंदगी और पार्किंग

दोपहर बाद औचक निरीक्षण के लिए अचानक जिला महिला अस्पताल पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री ने महिला अस्पताल की नई बिल्डिंग में जगह जगह गंदगी और अव्यवस्थाएं देखकर नाराजगी जताई। बिल्डिंग में फर्श पर तीमारदार बैठे मिले। आईसीयू वार्ड में जगह जगह जूते चप्पल फैले दिखे। वहीं बिल्डिंग के अंदर बाइक खड़ी देखकर मंत्री ने अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई।

कार्य को कर्म के रुप में करें

जनपद के प्रभारी मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने जिला महिला अस्पताल में निरीक्षण के दौरान कहा कि केन्द्र व प्रदेश सरकार आमजन को सस्ती एवं अच्छी चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिये पूर्ण कटिबद्ध है। उन्होंने चिकित्सकों को हिदायत दी के वो अपने कार्य को कर्म के रूप में मानकर करें और जो भी मरीज अस्पताल में उपचार के लिए आये उसको अच्छी चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने कहा कि जो चिकित्सक कार्यो में लापरवाही करते है वह अपनी कार्यप्रणाली को सुधारें अन्यथा उनके विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी।

बाहर की दवा लिखी तो कार्रवाई

मंत्री ने चिकित्सकों से कहा कि वह किसी भी मरीज को बाहर की दवा न लिखें, यदि कोई चिकित्सक ऐसा करता है तो उसके विरूद्ध कार्रवाई होगी।

वार्डो में लगेंगे एसी व कूलर

निरीक्षण के दौरान मंत्री ने वार्डो मे भर्ती महिलाओं एवं उनके तीमारदारों से हाल जाना और उनको दिये जा रहे उपचार की जानकारी ली। वार्डो में गर्मी को देखते हुए वार्डो में एसी और कूलर लगाने के निर्देश दिये, जिस पर जिलाधिकारी ने चिकित्सा अधिकारी को रोगी कल्याण समिति के माध्यम से यह व्यवस्था कराने की स्वीकृति दी। डीएम अनिल ढींगरा, सीएमओ डॉ। राज कुमार, प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक पीके बंसल, सीएमएस जिला महिला अस्पताल आदि इस दौरान मौजूद थे।

Posted By: Inextlive